तेल अवीवः हमास के साथ चल रही इजराइल की इस जंग में भारत समेत दुनिया के अधिकांश देश इजरायल और उसके प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) के साथ खड़े हैं. अरब देशों को छोड़कर शायद ही कोई ऐसा मुल्क है, जो इजराइल के साथ न हो, लेकिन इस बीच अब इजराइल के लोग ही अपने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का विरोध करते दिख रहे है. प्रदर्शनकारियों ने यरूशलेम के अज़्ज़ा स्ट्रीट पर प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के अपार्टमेंट के बाहर रैली की और 7 अक्टूबर को दक्षिणी इज़राइल में हमास आतंकवादी समूह के घातक हमले को लेकर प्रधानमंत्री का इस्तीफा मांगा. Israel-Hamas War: गाजा पर इजराइल के विध्वंसक हमले जारी, अब तक 9,488 फिलिस्तीनियों की मौत.
फिलिस्तीनी समूह हमास द्वारा 7 अक्टूबर के हमलों और आगामी बंदी संकट से निपटने के लिए उनकी सरकार की तैयारियों की कमी को लेकर इजराइली लोग प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का इस्तीफा मांग रहे हैं. इजराइल में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए हैं. पुलिस ने शनिवार को नेतन्याहू के आवास के बाहर सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को रोका. नीले और सफेद इज़रायली झंडे लहराते हुए, प्रदर्शनकारियों ने नेतन्याहू के इस्तीफे के लिए नारे लगाए.
क्या चाहते हैं प्रदर्शनकारी
तेल अवीव में कुछ बंदियों के रिश्तेदारों और दोस्तों सहित कई हजार प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए (Bring them Home Now) उन्हें अभी घर लाओ के नारे लगाए. कई दिन से बंधक बनाए गए लोग अभी तक अपने घर नहीं पहुंचे हैं, जिसको लेकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है. वहीं PM नेतन्याहू ने अब तक उन विफलताओं के लिए व्यक्तिगत जिम्मेदारी स्वीकार नहीं की है, जिनके कारण अचानक हमला हुआ.
PM नेतन्याहू से क्यों है नाराजगी
इजराइल की कई सुरक्षा एजेंसियों ने हमास के इस हमले को लेकर अपनी जवाबदेही स्वीकार की है. लेकिन नेतन्याहू ने ऐसी कोई भी जिम्मेदारी नहीं ली. अब तक इस हमले में 1400 से अधिक इजराइली नागरिकों की मौत हो गई है जबकि 239 लोगों को हमास बंधक बनाकर ले गया.
हमास द्वारा लोगों को बंधक बनाए जाने पर पीड़ित परिजनों ने अब बेंजामिन नेतन्याहू सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है. लोग पोस्टर-बैनर लेकर सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर आए हैं. यह प्रदर्शन देश के अलग-अलग हिस्सों में लोग कर रहे हैं.
7 अक्टूबर से जारी है जंग
सात अक्टूबर को हमास ने गाजा पट्टी से इजरायल पर 5 हजार से ज्यादा रॉकेट दागकर हमला कर दिया था. इसके तुरंत बाद इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया था. इन चार हफ्तों की जंग में गाजा पट्टी पूरी तरह से तबाह हो गई है.