जकार्ता: इंडोनेशिया के सुलवेसी द्वीप में रिक्टर पैमाने पर 7.5 तीव्रता वाला भूकंप दर्ज किया गया और उसके बाद आई सुनामी के कारण हुए हादसों में शनिवार को 380 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है. बचाव कर्मियों को कुछ निश्चित प्रभावित इलाकों में पहुंचने में दिक्कत हो रही है और मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है. पालू शहर में 384 लोग मारे गए. वहां जब शुक्रवार को शक्तिशाली भूकंप के बाद आई सुनामी ने कहर बरपाया, उस समय वहां बीच फेस्टिवल की तैयारियां चल रही थीं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी (बीएनपीबी) के प्रवक्ता सुतोपो पुरवो नुग्रोहो ने कहा कि 540 लोग घायल हुए हैं, जबकि 29 अभी भी लापता हैं.
सोशल मीडिया पर पोस्ट वीडियो में लोग चीखते-चिल्लाते हुए खुद को बचाने के लिए भागते नजर आ रहे हैं। अस्पतालों, होटलों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों सहित हजारों घर ढह गए। पालू में शनिवार को भी भूकंप के जबरदस्त झटके महसूस किए गए. सुतोपो ने कहा कि मकान नष्ट हो गए और कई परिवारों के लापता होने की खबर है। उन्होंने कहा, "हमने भूकंप के कारण हुए हादसों में मारे गए लोगों के और सुनामी आने के कारण तेज लहरों में बहे लोगों के शव बरामद किए हैं. यह भी पढ़े: 30 सितंबर को काला दिन मानते हैं लातूर के इस गांव के लोग, विनाशकारी भूकंप ने किया था सब बर्बाद
उन्होंने कहा कि सरकार आपात स्थिति घोषित करने के लिए तैयार है और क्षेत्र में सबसे महत्वपूर्ण काम बिजली और संचार सेवा को बहाल करने का है.बीबीसी ने बताया कि कुछ ऐसे प्रभावित तटीय इलाके हैं, जहां संचार सेवाओं पर असर पड़ा है और पालू में अधिकारी डोंगगाला समुदाय (मछुआरों का एक समुदाय) से संपर्क नहीं साध पा रहे हैं. . यह भी पढ़े: अफगानिस्तान ने खोली पाकिस्तान की पोल, कहा- तालिबान का समर्थन कर रहा है इस्लामाबाद
बीएनबीपी के प्रवक्ता ने कहा कि पालू के हवाईअड्डे पर दूरसंचार और हवाई परिवहन के अधिकारी पहुंचे और कुछ खराब हुए बिजली के उपकरणों की मरम्मत करने का काम किया. पोसो, टोलिटोली, लुवुक और मामूजू हवाईअड्डे खुले हुए हैं. अधिकारियों ने सुनामी की लहरें करीब 10 फुट ऊंची होने का अनुमान लगाया, लेकिन पालू में लिए गए एक वीडियो में ये लहरें एक मंजिला इमारत की छत से भी ऊंची नजर आ रही हैं. पालू और डोंगगाला में 600,000 से ज्यादा लोग रहते हैं.