इस्लामाबाद: पाकिस्तान (Pakistan) में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर लगातार अत्याचार किया जा रहा है. ताजा मामला सिंध प्रांत (Sindh Province) के घोटकी से सामने आया है. जहां रविवार को हिंदू समुदाय के खिलाफ जमकर हिंसा हुई. हालांकि इस मामले में दो सौ से अधिक लोगों पर केस दर्ज किया गया है. कल भड़की हिंसा के संबंध में पुलिस ने एक स्कूल प्रिंसिपल नोटन लाल (Notan Lal) को गिरफ्तार किया है. उन्हें एक कट्टरपंथी नेता की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया है. पुलिस का आरोप है कि नोटन लाल ने कथित तौर पर पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की, जिसके चलते दंगे भड़के. हालांकि इस बात के कोई सबूत नहीं है. लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान की पुलिस ने प्रिंसिपल के खिलाफ ईश-निंदा कानून (Blasphemy Law) के तहत केस दर्ज कर लिया.
वर्ल्ड सिंधी कांग्रेस की चेयरपर्सन रूबिना ने कहा कि पाकिस्तान की इमरान सरकार कराची मसले से ध्यान भटकाने के लिए जानबूझकर ऐसा कर रही है. यह पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है. इसके जरिए हिंदू सिंधियों का दमन करने के साथ ही भयभीत करने का प्रयास किया जा रहा है.
Rubina Greenwood, Chairperson of World Sindhi Congress on Hindu Principal booked under blasphemy law in Sindh, Pakistan: It is fully politically motivated, this case is linked with our overall systematic suppression and bullying of Hindu Sindhis. #Geneva https://t.co/4ePMPpUgNo
— ANI (@ANI) September 16, 2019
सिंध प्रांत के घोटकी में दंगाइयों की हिंसा का शिकार हिंदू समुदाय अभी भी डरे सहमे है. पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक एक छात्र ने आरोप लगाया कि सिंध पब्लिक स्कूल के मालिक और प्रिंसिपल नोतन लाल ने मुहम्मद साहब के बारे में विवादित टिप्पणी की है. इसके बाद दंगाइयों की भीड़ इकट्ठी होती गई और लाठी-डंडे से लैस ये लोग हिंदू संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने लगे.
यह भी पढ़े- पाक पीएम इमरान खान ने माना कि भारत से युद्ध में हार सकता है पाकिस्तान, सांकेतिक रूप से किया स्वीकार
गौरतलब हो कि यह मामला शनिवार को ही सामने आ गया था. लेकिन समय रहते पाकिस्तान के प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया. जिसके चलते दंगाईयों ने हिंदू संपत्तियों और धर्मस्थल को जमकर नुकसान पहुंचाया. साथ ही हिंदू परिवारों को भी धमकाया और हिंदू धर्म के खिलाफ नारे लगाए. घटना के बाद से हिंदू समुदाय के लोग अपने-अपने घरों में छिपे हुए है.