न्यूयॉर्क: इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता कि गूगल अपने कर्मचारियों को काम करने के लिए सबसे अच्छा माहौल देता है. जिसके खातिर इंटरनेट जगत की अग्रणी कंपनी हर साल करोड़ों रुपये खर्च करती है. लेकिन अब दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल से एक चौकानेवाला सच सामने आया है. दरअसल गूगल ने पिछले दो सालों में यौन उत्पीड़न करने के आरोप अपने 13 वरिष्ठ मैनेजरों सहित कुल 48 लोगों को नौकरी से निकाल दिया है.
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक खबर के जवाब में कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुंदर पिचई की ओर से बयान जारी कर यह खुलासा किया गया है. पिचई की ओर से कर्मचारियों को एक ई-मेल जारी किया कि पिछले दो सालों में 13 वरिष्ठ प्रबंधकों एवं उससे ऊपर के पद के लोगों समेत 48 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है और उनमें से किसी को भी “कोई एग्जिट पैकेज” नहीं दिया गया.
पिचई ने कहा, “हाल के वर्षों में हमने कई बदलाव किए हैं जिनमें आधिकारिक पदों पर आसीन लोगों के अनुचित व्यवहार को लेकर सख्त रवैया अपनाना भी शामिल है. उन्होंने कहा कि रुबिन एवं अन्य पर दी गई खबर “भ्रामक थी’’.
मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा, “हम सुरक्षित एवं समावेशी कार्यस्थाल उपलब्ध कराने के लिए बहुत गंभीर हैं.” उन्होंने ने कहा, “हम आपको आश्वस्त करना चाहते हैं कि हम यौन उत्पीड़न या अनुचित व्यवहार की प्रत्येक शिकायत की समीक्षा करते हैं, हम जांच करते हैं और हम कार्रवाई करते हैं.”
हालांकि पिचई ने खबर के दावों का सीधा-सीधा जवाब नहीं दिया. न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी खबर में कहा था कि गूगल के एक वरिष्ठ कर्मचारी, एंड्रॉयड का निर्माण करने वाले एंडी रुबिन पर कदाचार के आरोप लगने के बाद उन्हें नौ करोड़ डॉलर का एग्जिट पैकेज देकर कंपनी से हटाया गया. साथ ही इसमें कहा गया कि गूगल ने यौन उत्पीड़न के अन्य आरोपों को भी छिपाने के लिए इसी तरह के कार्य किए हैं.