Ebrahim Raisi Death: डायरेक्ट एनर्जी वेपन या अंतरिक्ष से लेजर अटैक? ईरान के राष्ट्रपति रईसी की मौत, हादसा या साजिश?
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रविवार को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री अब्दुल्लाहियन सहित नौ लोगों की मौत हो गई. इस दुखद घटना ने दुनिया भर में सदमा पैदा कर दिया है, लेकिन साथ ही सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों तक षड्यंत्रों के आरोप भी लगाए जा रहे हैं.

कुछ लोग इसे अंतर्राष्ट्रीय साजिश बता रहे हैं, तो कुछ आंतरिक राजनीतिक खेल का नतीजा. रईसी की मौत की पुष्टि होने के कुछ घंटे बाद ही, एक इजरायली अधिकारी ने कहा कि इज़राइल का इस घटना में कोई हाथ नहीं है. लेकिन सोशल मीडिया पर कई लोग इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद को इस हादसे के लिए ज़िम्मेदार ठहरा रहे हैं. यही कारण है कि #Mossad ट्रेंड भी हुआ.

रईसी की मौत को लेकर षड्यंत्रों के आरोप यहीं खत्म नहीं होते हैं. कुछ लोग अंतरिक्ष से लेजर हथियारों द्वारा हेलीकॉप्टर को गिराए जाने की बात कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर कई लोग दावा कर रहे हैं कि लेजर हथियारों से रईसी का हेलीकॉप्टर गिराया गया. इसके अलावा ईरान में सत्ता के उत्तराधिकारी की लड़ाई के बारे में भी षड्यंत्र सिद्धांत सामने आ रहे हैं.

एक हादसा, कई सिद्धांत

ईरान और इजराइल के बीच लंबे समय से दुश्मनी रही है. ऐसे में इज़राइल पर शक होना स्वाभाविक है. हालांकि, ईरान सरकार ने दुर्घटना का कारण भारी कोहरा और बारिश बताया है. रईसी के कार्यकाल के दौरान ईरान ने इजरायल पर कई हवाई हमले किए थे, इसलिए दोनों देशों के बीच विवाद छिपा हुआ नहीं है.

एक यहूदी वैज्ञानिक बेंजामिन रूबिनस्टाइन ने सोशल मीडिया पर लिखा, "हम इस घटना के पीछे यहूदी (इजरायली) इरादों पर आंखें बंद नहीं कर सकते. सच्चाई सामने आए, इसके लिए इस घटना की पूरी जांच होनी चाहिए." बेंजामिन खुद को एक एंटी-सेमिट बताते हैं.

ईरान के सरकारी टेलीविजन पर एक विशेषज्ञ ने सबसे पहले रईसी की मौत को षड्यंत्र से जोड़ा, जिसके बाद से उनकी मौत को लेकर षड्यंत्र सिद्धांत लगातार सामने आ रहे हैं. विशेषज्ञ फवाद इज़ादी ने ईरान के सरकारी टेलीविजन पर कहा, "जब हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होता है, तो या तो तकनीकी खराबी होती है या मौसम खराब होता है. लेकिन यहां मामला अलग है. इज़राइल और उसकी खुफिया एजेंसी मोसाद इसमें शामिल हो सकते हैं."

फवाद ने इस हादसे में मोसाद की संभावित भूमिका की ओर इशारा करते हुए कहा कि "अज़रबैजान में कुछ समस्याएं हैं जो इस क्षेत्र में यहूदियों और मोसाद की वजह से हैं. इसकी जांच होनी चाहिए. हम अपने पड़ोसियों का सम्मान करते हैं लेकिन हम पर हमला नहीं होने दिया जाएगा."

रईसी के हेलीकॉप्टर पायलट पर भी संदेह

सोशल मीडिया पर कई लोग रईसी के हेलीकॉप्टर को उड़ा रहे पायलट पर भी शक जाहिर कर रहे हैं. कुछ लोगों ने सवाल उठाया है कि जब राष्ट्रपति के काफिले में शामिल दो अन्य हेलीकॉप्टर सुरक्षित रूप से लैंड कर चुके थे, तो रईसी का हेलीकॉप्टर क्यों नहीं लैंड कर सका?

दूसरी तरफ ईरान सरकार ने अभी तक इस हेलीकॉप्टर दुर्घटना को हत्या नहीं बताया है. हालांकि, सरकार ने अभी तक दुर्घटना के कारणों का खुलासा नहीं किया है. सरकार मीडिया भारी कोहरा और बारिश को दुर्घटना का कारण बता रहा है.

डायरेक्ट एनर्जी वेपन या स्पेस लेजर?

सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने हेलीकॉप्टर दुर्घटना के लिए डायरेक्ट एनर्जी वेपन्स के इस्तेमाल को जिम्मेदार ठहराया है. एक यूजर ने लिखा, "डायरेक्ट एनर्जी वेपन्स कोई षड्यंत्र सिद्धांत नहीं है. यह तकनीक पहले भी इस्तेमाल हो चुकी है. ईरान के राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर अंतरिक्ष से लेजर से हमला किया गया है."

एक अन्य यूजर ने लिखा, "ईरान के राष्ट्रपति रईसी का हेलीकॉप्टर स्पेस लेजर से निशाना बनाया गया है." कई पोस्ट में डायरेक्ट एनर्जी वेपन्स के इस्तेमाल की संभावना जताई गई है.

सत्ता के उत्तराधिकारी का खेल और खामनेई का बेटा

ईरान के राष्ट्रपति रईसी को देश के सर्वोच्च नेता खामनेई का करीबी माना जाता था. उन्हें खामनेई का उत्तराधिकारी भी बताया जाता था. ईरानी पत्रकार मसीह अलीनेजाद ने एक्स पर लिखा कि कई षड्यंत्र सिद्धांतों में से एक यह है कि खामनेई के बेटे ने इस हादसे में हाथ हो सकता है ताकि अपने पिता को बदलने का रास्ता आसान हो सके.

एक यूजर ने कहा कि अगर रईसी की मौत हो गई है, तो यह तय है कि अगला सर्वोच्च नेता खामनेई का बेटा मुज्तबा खामनेई होगा. पहले, अमेरिकी विदेश विभाग में ईरान के पूर्व सलाहकार गेब्रियल नोरोन्हा ने कहा था कि विशेषज्ञों का मानना ​​है कि खामनेई का उत्तराधिकारी या तो मुज्तबा या रईसी होगा. अब रईसी नहीं रहे, इसलिए मुज्तबा स्पष्ट रूप से खामनेई का उत्तराधिकारी है.

षड्यंत्र की गहरी तह

ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत की सच्चाई क्या है, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है. इस दुर्घटना से बहुत सारे सवाल खड़े हुए हैं. क्या यह वास्तव में दुर्घटना थी या एक सुनियोजित साजिश? इस हादसे के पीछे असली मकसद क्या था? क्या यह सिर्फ एक राजनीतिक हत्या थी या इससे कुछ और भी जुड़ा है? इन सवालों के जवाब ढूंढने के लिए पूरी दुनिया की नज़रें ईरान पर टिकी हुई हैं.