चीन में 3 से 17 की उम्र के लोगों को लगेगा कोरोना का टीका, Sinovac Vaccine के आपात इस्तेमाल की मिली मंजूरी
3 जून तक पूरे चीन में 72.3 करोड़ कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है. डब्ल्यूएचओ ने 1 जून को साइनोवैक वैक्सीन को औपचारिक रूप से आपात प्रयोग के लिए मान्यता दे दी.
बीजिंग: 3 जून तक पूरे चीन में 72.3 करोड़ कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है. डब्ल्यूएचओ (WHO) ने 1 जून को साइनोवैक वैक्सीन (Sinovac Vaccine) को औपचारिक रूप से आपात प्रयोग के लिए मान्यता दे दी. साइनोवैक कंपनी बोर्ड के अध्यक्ष यिन वेई तोंग ने कहा कि औपचारिक रूप से डब्ल्यूएचओ के आपात प्रयोग के लिए मान्यता मिलने के पहले साइनोवैक वैक्सीन को चीन के अलावा दुनियाभर में 47 देशों में आपात इस्तेमाल की अनुमति मिल चुकी है। इसका मतलब है कि चीनी वैक्सीन और ज्यादा देशों के उत्पादन गुणवत्ता मानक के अनुकूल है, जबकि चीन और ज्यादा देशों को वैक्सीन प्रदान कर पाएगा.
उन्होंने कहा कि वैक्सीन की उत्पादन क्षमता की परियोजना बनाते समय साइनोवैक ने चीन और पूरी दुनिया की जरूरतों को ध्यान में रखा. वर्तमान में साइनोवैक कंपनी में वैक्सीन का नियोजित वार्षिक उत्पादन 200 करोड़ डोज है। लेकिन इस वर्ष की पहली छमाही में साइनोवैक कंपनी में कुल उत्पादन नियोजित वार्षिक उत्पादन की तुलना में और ज्यादा है. उन्होंने पूरी दुनिया में वैक्सीन की 60 करोड़ से अधिक खुराकें प्रदान की हैं. यह भी पढ़े: चीन की सिनोवैक वैक्सीन को डब्ल्यूएचओ ने दी आपातकालीन मंजूरी
उन्होंने आगे कहा कि साइनोवैक छोटे समूह के लिए नैदानिक अनुसंधान कर रहा है। इस वर्ष की शुरुआत में इसका नैदानिक परीक्षण शुरू हुआ. अब तक संबंधित नैदानिक परीक्षण के पहले और दूसरे चरण पूरे हो चुके हैं. इन दोनों चरणों के परीक्षण में सैकड़ों स्वयंसेवकों ने भाग लिया. अनुसंधान आंकड़ों के अनुसार 3-17 वर्षीय लोगों में टीकाकरण के बाद सुरक्षादर 18 वर्षीय वयस्क समूह के जैसी है.
उन्होंने कहा कि तीसरे चरण के नैदानिक परीक्षण में 60 वर्ष उम्र से अधिक स्वयंसेवकों ने भाग लिया। वहीं ब्राजील, चिली और तुर्की आदि देशों में टीकाकरण नीति के अनुसार, वरिष्ठ लोग प्राथमिकता टीकाकरण अधिकारों का आनंद लेते हैं.