Canada Elections 2021 Results: जस्टिन ट्रूडो के सिर तीसरी बार सजेगा प्रधानमंत्री का ताज, लेकिन लिबरल पार्टी की बनेगी अल्पमत वाली सरकार
कोरोना वायरस महामारी की चौथी लहर के बीच एक नए प्रधान मंत्री को चुनने के लिए कनाडाई लोगों ने देश भर में चुनावों में हिस्सा लिया और एक बार फिर प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की लिबरल पार्टी को जीत दिलाई है. हालांकि अधिकतर सीटों पर बड़ी जीत की ट्रूडो की मंशा पूरी नहीं हो पायी है.
टोरंटो: कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी की चौथी लहर के बीच एक नए प्रधानमंत्री को चुनने के लिए कनाडाई (Canada) लोगों ने देश भर में चुनावों में हिस्सा लिया और एक बार फिर प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) की लिबरल पार्टी (Liberal Party) को जीत दिलाई है. हालांकि अधिकतर सीटों पर बड़ी जीत की ट्रूडो की मंशा पूरी नहीं हो पायी है. इस वजह से लिबरल पार्टी की अल्पमत वाली सरकार बनना तय है. वैश्विक महामारी के बीच कनाडा में नई सरकार चुनने के लिए मतदान शुरू
कनाडा के चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार को ट्वीट कर कहा “धन्यवाद, कनाडा- अपना वोट डालने के लिए, लिबरल टीम में अपना विश्वास रखने के लिए, एक उज्जवल भविष्य चुनने के लिए. हम कोविड के खिलाफ लड़ाई खत्म करने जा रहे हैं. और हम कनाडा को आगे बढ़ाने जा रहे हैं. सभी के लिए.”
उल्लेखनीय है कि आज हुए मतदान में लिबरल पार्टी ने किसी भी पार्टी की तुलना में सबसे अधिक सीटें हासिल की हैं. लिबरल पार्टी 148 सीट पर आगे है जबकि कंजरवेटिव पार्टी 103 सीटों पर आगे है, ब्लॉक क्यूबेकोइस 28 और वामपंथी न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी 22 सीटों पर आगे है. फिलहाल ऐसा प्रतीत नहीं होता कि ट्रूडो पर्याप्त सीटें जीत पाएंगे और अन्य पार्टियों के सहयोग के बिना किसी कानून को पारित करा पाएंगे. लेकिन वह इतनी सीटें जरूर जीत जाएंगे उन्हें पद से हटाने का खतरा नहीं रहेगा.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, कोविड-19 सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिबंधों के कारण, कनाडाई लोगों ने पिछले चुनावों से अलग तरीके से अपना वोट डाला है. लगभग 6.8 मिलियन कनाडाई पहले ही मतदान कर चुके थे, जिनमें से अधिकांश ने 10-13 सितंबर को एडवांस मतदान में अपना वोट डाला था. कनाडा वर्तमान में दुनिया के उन देशों में शामिल है जिसके अधिकतर नागरिकों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है.
मौजूदा प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की सत्तारूढ़ लिबरल पार्टी और एरिन ओटोल के नेतृत्व वाली कंजर्वेटिव पार्टी में कांटे की टक्कर थी. पूरे चुनाव अभियान के दौरान, छह राजनीतिक दल के नेताओं ने कनाडा की महामारी प्रतिक्रिया, अर्थव्यवस्था, बच्चों की देखभाल, जलवायु परिवर्तन, खर्च, स्वदेशी सुलह, करों और आवास पर वादे किए हैं.
विपक्ष ट्रूडो पर अपने फायदे के लिए समय से दो साल पहले चुनाव कराने का आरोप लगाता रहा है. ट्रूडो ने दावा किया था कि कनाडा के लोग महामारी के दौरान कंजरवेटिव पार्टी की सरकार नहीं चाहते. ट्रूडो ने 2015 के चुनाव में अपने दिवंगत पिता एवं पूर्व प्रधानमंत्री पियरे ट्रूडो की लोकप्रियता का सहारा लिया और चुनाव में जीत हासिल की थी. फिर पार्टी का नेतृत्व करते हुए पिछले दो बार के चुनाव में उन्होंने अपने दम पर पार्टी को जीत दिलायी. (एजेंसी इनपुट के साथ)