Afghanistan Mosque Blast: जुमे की नमाज के दौरान अफगानिस्तान की मस्जिद में धमाका, मौलवी समेत 18 लोगों की मौत
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने एक ट्वीट में अंसारी की मौत पर "शोक" व्यक्त करते हुए कहा कि हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस जघन्य हमले को अंजाम देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.
Afghanistan Mosque Blast: अफगानिस्तान के हेरांत प्रांत की एक मस्जिद में शुक्रवार को विस्फोट हुआ. इस विस्फोट में करीब 18 लोगों की मौत हुई है, जिसमें मौलाना मुजीब उर रहमान अंसारी भी शामिल हैं. टोलो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, यह धमाका हेरांत प्रांत के गुजरगाह मस्जिद में मे की नमाज के बाद हुआ. तालिबानी प्रवक्ता ने आधिकारिक तौर पर हेरात में हुए इस बम विस्फोट में मौलवी मुजीब उर रहमान अंसारी की मौत की पुष्टि की है. Earthquake बीमा पर बहस के दौरान आया भूकंप, तेज झटकों से हिली Liechtenstein की संसद, देखिए VIDEO
जुलाई में मौलवी मुजीब उर रहमान अंसारी ने एक धार्मिक सभा में सरकार से कहा था कि जो कोई भी इस्लामी सरकार के खिलाफ छोटी से छोटी कार्रवाई करता है, उसका सिर काट दिया जाए. तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने एक ट्वीट में अंसारी की मौत पर "शोक" व्यक्त करते हुए कहा कि हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस जघन्य हमले को अंजाम देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.
हेरात एम्बुलेंस केंद्र के एक अधिकारी मोहम्मद दाऊद मोहम्मदी ने कहा कि एम्बुलेंस ने विस्फोट की जगह से 18 शवों और 21 घायलों को हेरात के अस्पतालों में पहुंचाया. सोशल मीडिया पर तस्वीरों में दिखाया गया कि मस्जिद के परिसर में खून से सने शव बिखरे हुए थे. विस्फोट की जिम्मेदारी अभी किसी संगठन ने नहीं ली है.
हालांकि तालिबान सरकार का कहना है कि उन्होंने लगभग एक साल पहले सत्ता संभालने के बाद से देश में सुरक्षा में सुधार किया है, लेकिन लगातार हो रहे बम धामाके कुछ और ही बयां कर रही है. हाल के महीनों में कई विस्फोट हुए हैं, जिनमें से कई ने नमाज के दौरान व्यस्त मस्जिदों को निशाना बनाया गया. 18 अगस्त को, अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल एक विस्फोट से हिल गई थी, जो नमाज़ियों से भरी एक मस्जिद में फट गया था.