'हिंदू वापस जाओ...' अमेरिका के BAPS मंदिर में तोड़फोड़, कट्टरपंथियों ने दीवारों पर लिखे हिंदू विरोधी संदेश

कैलिफोर्निया की राजधानी सैक्रामेंटो में बीएपीएस मंदिर को कट्टरपंथियों ने निशाना बनाया. मंदिर की दीवारों पर हिंदू विरोधी संदेश लिखे गए हैं, जिनमें "हिंदू वापस जाओ" जैसे नारे शामिल हैं. यह घटना अमेरिका में केवल एक महीने के भीतर स्वामी नारायण मंदिर पर हुई तोड़फोड़ की दूसरी घटना है.

हाल के समय में अमेरिका में हिंदू मंदिरों पर हमलों की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं, जिससे वहां के हिंदू समुदाय में भय और असुरक्षा की भावना बढ़ गई है. हाल ही में कैलिफोर्निया की राजधानी सैक्रामेंटो में बीएपीएस मंदिर को कट्टरपंथियों ने निशाना बनाया. मंदिर की दीवारों पर हिंदू विरोधी संदेश लिखे गए हैं, जिनमें "हिंदू वापस जाओ" जैसे नारे शामिल हैं. यह घटना अमेरिका में केवल एक महीने के भीतर स्वामी नारायण मंदिर पर हुई तोड़फोड़ की दूसरी घटना है.

पहले भी हुए हैं हमले

इससे पहले, न्यूयॉर्क में भी स्वामी नारायण मंदिर पर इसी प्रकार की तोड़फोड़ की गई थी. न्यूयॉर्क की घटना के मात्र 10 दिन बाद सैक्रामेंटो में यह नया मामला सामने आया है. भारतीय वाणिज्य दूतावास ने इस घटना की निंदा की है, जो इस प्रकार की घटनाओं के प्रति सख्त रुख अपनाने का संकेत है.

हिंदू संगठन बीएपीएस ने एक बयान जारी करते हुए कहा, "नफरत भरे संदेशों के साथ मंदिर में तोड़फोड़ की गई है. हमें इस बात का गहरा दुख है. सभी के लिए हमारी प्रार्थनाएं, जिनमें दिल से नफरत करने वाले लोग भी शामिल हैं."

धार्मिक कट्टरता का सामना 

सैक्रामेंटो काउंटी के प्रतिनिधि सीनेटर अमी बेरा ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और लोगों से असहिष्णुता के खिलाफ एकजुट होने की अपील की है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर लिखा, "सैक्रामेंटो काउंटी में धार्मिक कट्टरता और नफरत के लिए कोई जगह नहीं है. हमें मिलकर असहिष्णुता के खिलाफ खड़ा होना चाहिए, ताकि हमारे समुदाय में हर धर्म के लोग सुरक्षित और सम्मानित महसूस करें."

समस्या की गंभीरता

यह घटनाएं केवल एक मंदिर तक सीमित नहीं हैं. जुलाई की शुरुआत में कनाडा के एडमॉन्टन में भी बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी. इस प्रकार की घटनाएं यह दर्शाती हैं कि धार्मिक असहिष्णुता और नफरत का सामना करने के लिए समाज को एकजुट होकर खड़ा होना होगा. अमेरिका में हिंदू मंदिरों पर हो रहे लगातार हमलों से यह स्पष्ट है कि धार्मिक असहिष्णुता का मुद्दा गंभीर होता जा रहा है

Share Now

\