South Korea Plane Crash Death Toll: दक्षिण कोरिया विमान हादसे में 179 लोगों की मौत! केवल 2 लोग बचे जिंदा, प्लेन क्रैश का वीडियो वायरल
दक्षिण कोरिया में हुए एक विमान दुर्घटना में 179 लोग मारे गए, जबकि केवल 2 लोग जीवित बच पाए हैं. यह हादसा लैंडिंग के दौरान हुआ जब विमान नियंत्रण खो बैठा और दीवार से टकरा गया, जिससे आग लग गई.
दक्षिण कोरिया में एक भयंकर विमान दुर्घटना में 179 लोगों की मृत्यु की आशंका जताई जा रही है, जबकि केवल 2 लोग जीवित बच पाए हैं, जैसा कि स्थानीय अग्निशमन विभाग ने जानकारी दी. यह दुर्घटना उस समय हुई जब बैंकॉक से मुआन जा रहा विमान लैंडिंग के दौरान नियंत्रण खो बैठा और रनवे के अंत में दीवार से टकरा गया. टक्कर के बाद विमान में भीषण आग लग गई, जिससे बचाव कार्य और भी कठिन हो गया.
विमान में कुल 181 लोग सवार थे, जिनमें से 2 लोग जीवित बच पाए हैं, लेकिन दोनों को गंभीर चोटें आई हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना के बाद बचाव दल लापता लोगों की तलाश में जुटा हुआ है, लेकिन घटनास्थल पर आग और धुएं के कारण बचाव कार्य में मुश्किलें आ रही हैं.
इस दुर्घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें विमान को लैंडिंग से पहले झटके खाते हुए देखा जा सकता है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह हादसा लैंडिंग गियर की विफलता और पक्षी टकराव के कारण हुआ हो सकता है. दुर्घटना के दौरान विमान का एक इंजन पक्षी से टकराने के कारण खराब हो गया, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई.
दक्षिण कोरिया सरकार ने इस हादसे को राष्ट्रीय त्रासदी करार दिया है. राष्ट्रपति ने मृतकों के परिजनों के प्रति शोक व्यक्त करते हुए बचाव और राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही, इस घटना की गहन जांच के लिए एक विशेष समिति का गठन किया गया है. स्थानीय नागरिक और राहतकर्मी भी बचाव कार्य में मदद कर रहे हैं, लेकिन खराब मौसम और मलबे की स्थिति के कारण उम्मीदें धूमिल होती दिख रही हैं.
यह हादसा दक्षिण कोरिया के इतिहास में सबसे भयावह विमान दुर्घटनाओं में से एक है. घटना से जुड़े हर पहलू की जांच की जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोका जा सके. पीड़ितों के परिवार न्याय और समर्थन की उम्मीद कर रहे हैं, जबकि पूरी दुनिया इस दर्दनाक घटना पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कर रही है.
विशेषज्ञों का कहना है कि इस हादसे से विमानन सुरक्षा में सुधार की आवश्यकता और अधिक महसूस होती है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके और यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा सके.