Mauni Amavasya 2020: पौराणिक ग्रंथों में माघ मास सर्वाधिक पवित्र माह बताया गया है. धर्म ग्रंथों के अनुसार इसी दिन से द्वापर युग प्रारंभ हुआ था. माघ मास में अमावस्या दिवस का विशेष महात्म्य होता है. इस दिन गंगा अथवा अन्य पवित्र नदियों में स्नान-ध्यान से विशेष पुण्यलाभ की प्राप्ति होती है. मान्यता है कि इस दिन गंगा-जल अमृत बन जाता है. इसलिए माघ मास में स्नान के लिए मौनी अमावस्या का दिन खास माना जाता है. इस दिन गंगा स्नान के बाद उपवासी को ऋषि-मुनियों की भांति मौन व्रत धारण करना पड़ता है. इसीलिए इस अमावस्या को मौनी अमावस्या कहा जाता है.