Twitter का बड़ा फैसला, राजनीतिक विज्ञापनों पर दुनियाभर में लगाई रोक
नई दिल्ली. अक्सर चुनाव प्रचार के दौरान बड़ी संख्या में लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं. जिससे उनकी बातें, योजनाएं ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच सके. इसके लिए सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक, ट्विटर का इस्तेमाल बड़ी संख्या में किया जाता है. इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है. ट्विटर ने एक बड़ा फैसला लेते हुए राजनीतिक विज्ञापनों पर रोक लगाने का निर्णय लिया है.
नई दिल्ली. अक्सर चुनाव प्रचार के दौरान बड़ी संख्या में नेता सहित तमाम राजनीतिक पार्टियां सोशल मीडिया का इस्तेमाल करती हैं. जिससे उनकी बातें, घोषणाएं ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच सके. इसके लिए सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक (Facebook), ट्विटर (Twitter) का इस्तेमाल बड़ी संख्या में किया जाता है. इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है. ट्विटर ने एक बड़ा फैसला लेते हुए राजनीतिक विज्ञापनों पर रोक लगाने का निर्णय लिया है.
बता दें कि सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी ने बताया कि 22 नवंबर से सभी राजनीतिक विज्ञापनों पर रोक लगाई जाएगी. साथ ही उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि हमने विश्वभर में ट्विटर पर सभी राजनीतिक विज्ञापनों को रोकने का फैसला किया है. हमारा मानना है कि राजनीतिक संदेश पहुंचना चाहिए न की खरीदा जाना चाहिए. क्यों? कुछ कारण...' यह भी पढ़े-लोकसभा चुनाव 2019: फेसबुक पर अप्रैल में बढ़े राजनीतिक विज्ञापन, इतनें करोड़ हुए खर्च
सीईओ जैक डोर्सी ने ट्वीट कर दी राजनीतिक विज्ञापनों पर रोक की जानकारी-
इस फैसले के बाद ट्विटर का कहना है कि इससे कंपनी के रेवेन्यू पर फर्क पड़ेगा लेकिन यह फैसला सिद्धांतों पर आधारित है न कि पैसे पर.
ज्ञात हो कि ट्विटर के इस फैसले के बाद अब सवाल यही उठ रहा है कि क्या फेसबुक भी ऐसा कोई निर्णय लेगा. हालांकि फेसबुक के सीईओ मार्क ज़करबर्ग ने पहले ही साफ किया है कि पॉलिटिकल ऐडवर्टाइजिंग पर बैन नहीं लगाया जाएगा.