TCS Job Scam: टीसीएस में 100 करोड़ घोटाला, नौकरी के बदले ली जा रही थी रिश्वत, भ्रष्टाचार के आरोप में चार अधिकारी बर्खास्त
दिग्गज IT कंपनी ने पाया कि कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने हजारों महत्वपूर्ण कर्मियों को काम पर रखने के लिए भर्ती प्रक्रिया से समझौता करके स्टाफिंग फर्मों से रिश्वत ली थी.
बेंगलुरु: पिछले तीन वर्षों में हर साल लगभग 50,000 लोगों को नौकरी पर रखने वाली टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड (TCS) को एक घोटाले से बड़ा झटका लगा है. दिग्गज IT कंपनी ने पाया कि कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने हजारों महत्वपूर्ण कर्मियों को काम पर रखने के लिए भर्ती प्रक्रिया से समझौता करके स्टाफिंग फर्मों से रिश्वत ली थी. Mint की रिपोर्ट के अनुसार, घोटाले की पूरी जानकारी अभी स्पष्ट नहीं है लेकिन इस घटनाक्रम से अवगत दो अधिकारियों ने कहा कि एक व्हिसलब्लोअर ने TCS CEO को लिखित रूप में इसकी जानकारी दी. BMC COVID Scam: बीएमसी कोविड सेंटर घोटाला मामले में ED का बड़ा खुलासा, 2 हजार का बॉडी बैग 6800 में खरीदा गया.
इस मेसेज में व्हिसलब्लोअर ने आरोप लगाया है कि कंपनी के भर्ती डिपार्मेंट में टीसीएस के संसाधन प्रबंधन समूह (RMG) के वैश्विक प्रमुख ई एस चक्रवर्ती कई सालों से स्टाफिंग फर्मों से कमीशन ले रहे हैं. इस शिकायत के बाद कंपनी ने आरोपों की जांच के लिए कंपनी के मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी, अजीत मेनन सहित तीन अधिकारियों की एक टीम गठित की है.
TCS ने कुछ हफ्तों की जांच के बाद भर्ती प्रमुख को छुट्टी पर भेज दिया और आरएमजी के चार अधिकारियों को बर्खास्त करने के साथ तीन स्टाफिंग फर्मों को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया. रिपोर्ट के अनुसार कंपनी को अभी तक अनियमितताओं के पैमाने का पता नहीं चल पाया है.
रिपोर्ट के अनुसार पिछले तीन वर्षों में कंपनी ने 3,00,000 लोगों को काम पर रखा है. घोटाले में शामिल लोगों ने कमीशन के जरिये कम से कम 100 करोड़ रुपये कमाए होंगे.