Generative AI Could Hit 300 Million Jobs: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के चलते 30 करोड़ लोगों की नौकरियां खतरे में, पढ़ें चौकाने वाली रिपोर्ट

AI ने लोगों के सामने नई चुनौतियां पैदा कर दी हैं. मशीनों की बढ़ती कार्यक्षमता से मनुष्यों के नौकरी पर संकट पड़ने लगा है. विशेषज्ञों का मानना है कि एआई मनुष्यों से बेहतर रूप से काम कर सकते हैं और जिसका खामियाजा कई सेक्टरों में करने वाले लोगों पर पड़ेगा.

(Photo Credit : Twitter)

Generative AI Could Hit 300 Million Jobs: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (A.I.) से जुड़े प्रोडक्ट हमारे जीवन का हिस्सा बनते जा रहे हैं. A.I. तेजी से बेहतर होता जा रहा है. ऐसे में हर किसी के मन में एक सवाल उठता है कि आने वाले दिनों में A.I. से कोई नुकसान तो नहीं? कहीं ये नौकरियों को तो प्रभावित नहीं करेगा.

एआई ने लोगों के सामने नई चुनौतियां पैदा कर दी हैं. मशीनों की बढ़ती कार्यक्षमता से मनुष्यों के नौकरी पर संकट पड़ने लगा है. विशेषज्ञों का मानना है कि एआई मनुष्यों से बेहतर रूप से काम कर सकते हैं और जिसका खामियाजा कई सेक्टरों में करने वाले लोगों पर पड़ेगा.

गोल्डमैन सैक्स की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस 300 मिलियन नौकरियों को प्रभावित कर सकता है. बैंक का कहना है कि लगभग दो-तिहाई मौजूदा नौकरियों को किसी तरह के एआई ऑटोमेशन से बदला जा सकता है, और यह अंततः वर्तमान काम के एक चौथाई तक को बदल सकता है. Microsoft Layoff: माइक्रोसॉफ्ट में फिर छंटनी, 559 कर्मचारियों को निकाला गया

रिपोर्ट में कहा गया कि A.I. से लेबर मार्केट पर बड़ा असर पड़ने वाला है. अमेरिका और यूरोप में दो-तिहाई नौकरियों को कम से कम कुछ हद तक स्वचालित किया जा सकता है. अमेरिकी कंपनियां अपने वर्कलोड का 25-50% काम इंसान के बदले A.I. से करा सकती हैं. पूरी दुनिया में 30 करोड़ नौकरियों पर A.I. का असर पड़ सकता है.

वहीं इस रिपोर्ट में कहा गया है कि A.I. से नए अवसर भी पैदा होंगे. इससे श्रम उत्पादकता में वृद्धि हो सकती है. साथ ही वैश्विक जीडीपी 7 फीसदी तक बढ़ सकती है. गोल्डमैन सैक्स की एक नई रिपोर्ट में चार विश्लेषकों की भविष्यवाणियां हैं, जिसका शीर्षक है 'द पोटेंशियलली लार्ज इफेक्ट्स ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऑन इकोनॉमिक ग्रोथ'.

 

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