फिर लग सकती है आपकी प्राइवेसी में सेंध, फेसबुक ने डेटा शेयरिंग के लिए 60 कंपनियों से किया करार
डाटा लीक विवाद में चौतरफा विरोध झेल रहे फेसबुक ने अपने यूजर्स को एक और झटका दिया है. फेसबुक ने चीन की चार कंपनियों के साथ अपने यूज़र्स का डेटा शेयर करने के लिए करार किया है.
कैलिफोर्निया: डाटा लीक विवाद में चौतरफा विरोध झेल रहे फेसबुक ने अपने यूजर्स को एक और झटका दिया है. फेसबुक ने चीन की चार कंपनियों के साथ अपने यूज़र्स का डेटा शेयर करने के लिए करार किया है. इससे पहले फेसबुक ने डिवाइस बनाने वाली विश्व की 60 कंपनियों के साथ डेटा शेयर करने का समझौता किया था.
फेसबुक ने माना है कि उसने चीन की चार प्रमुख मोबाइल निर्माता कंपनियों-हुवेई, लेनोवो, ओप्पो और टीसीएल के साथ यूजर्स के डेटा शेयर किए हैं. इनमें से हुआवी पर अमेरिकी खुफिया एजेंसी द्वारा चीनी सरकार के लिए जासूसी के आरोप में भी लगे थे जिसके बाद देश की सुरक्षा पर खतरा बताकर फेसबुक को बैन कर दिया गया था. जिसके बाद अमेरिकी खुफिया कमेटी के उपाध्यक्ष सीनेटर मार्क वार्नर ने फेसबुक द्वारा हुवेई को डेटा देने पर सवाल उठाए हैं.
इससे पहले न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपने रिपोर्ट में खुलासा किया था कि सोशल मीडिया दिग्गज फेसबुक ने अमेजन, एप्पल, ब्लैकबेरी, सेमसंग सहित 60 कंपनियों के साथ डेटा शेयरिंग की है. फेसबुक ने इनके साथ उपभोक्ताओं ही नहीं, उनके दोस्तों की जानकारियां भी साझा की थीं. हालांकि, फेसबुक ने कहा था कि इससे यूजर्स की प्राइवेसी को कोई खतरा नहीं है.
फाइनेंशियल टाइम्स में मंगलवार को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, फेसबुक के मोबाइल भागीदारी के उपाध्यक्ष फ्रांसिस्को वारेला ने कहा है कि हुआवेई के साथ कई प्रौद्यगिकी कंपनियां काम करती हैं. वारेला ने कहा, "हुआवेई, लेनोवो, ओप्पो और टीसीएल के साथ फेसबुक का समेकन था..और हमने इन कंपनियों के फेसबुक अनुभवों को मंजूरी दी थी."
फेसबुक कार्यकारी ने आगे कहा, "अमेरिकी संसद की इस मामले में रुचि को देखते हुए, हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि इस समेकन से हुआवेई के साथ जो भी जानकारियां साझा की गई, वे डिवाइस में ही स्टोर थीं ना कि हुआवेई के सर्वर में."
गौरतलब है कि फेसबुक कैम्ब्रिज एनालिटिका स्कैंडल के बाद अपने यूजर्स का विश्वास वापस पाने पर काम कर रहा है. कैम्ब्रिज एनालिटिका ने फेसबुक के 8.7 करोड़ यूजर्स के डेटा का दुरुपयोग किया था.