2022 में भारत में शुरू हो जाएगी 5 जी सेवा, पहले इन महानगरों को मिलेगी 5 जी नेटवर्क की सुविधा

दूरसंचार विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी हैदराबाद, आईआईटी मद्रास, आईआईटी कानपुर, आईआईएससी बैंगलोर जैसी सहित आठ कार्यान्वयन एजेंसियां इसे लेकर 36 महीनों से काम कर रही हैं. बताया गया है कि 224 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना के 31 दिसंबर 2021 तक पूरा होने की संभावना है.

5 जी नेटवर्क (Photo Credits: Pixabay)

नई दिल्ली: 5 जी नेटवर्क (5G Network) का बेसब्री से इंतजार कर रहे देशवासियों के लिए सोमवार को सरकार (Government) की तरफ से एक अच्छी खबर निकल कर सामने आई. संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (Ministry of Communications and Information Technology) की तरफ से सोमवार को यह बताया गया कि देश में डीओटी (DoT) द्वारा चलाया जा रहा स्वदेशी 5जी टेस्ट प्रोजेक्ट अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है और 2022 में देश के कुछ महानगरों और बड़े शहरों में 5जी की सेवा शुरू हो जाएगी. वोडा-आईडिया ने 5G परिक्षण में चार गीगाबिट प्रति सेकंड की इंटरनेट गति हासिल की

दूरसंचार विभाग की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि 2022 में देश में 5 जी नेटवर्क को उपभोक्ताओं के लिए शुरू कर दिया जाएगा. हालांकि पहले यह सुविधा दिल्ली, मुंबई, चेन्नई , कोलकाता, गुरुग्राम, बेंगलुरू, चंडीगढ़, जामनगर, अहमदाबाद, हैदराबाद, लखनऊ, पुणे और गांधी नगर जैसे बड़े शहरों में ही शुरू होगी. देश के अन्य शहरों को इसके लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा. आपको बता दें कि फिलहाल इन्ही शहरों में एयरटेल, रिलायंस जियो और वोडाफोन आइडिया 5 जी नेटवर्क को लेकर परीक्षण कर रहा है और सरकार इन्ही मेट्रो और बड़े शहरों में अगले साल से देश में 5 जी सेवाओं को शुरू करने जा रही है.

दूरसंचार विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी हैदराबाद, आईआईटी मद्रास, आईआईटी कानपुर, आईआईएससी बैंगलोर जैसी सहित आठ कार्यान्वयन एजेंसियां इसे लेकर 36 महीनों से काम कर रही हैं. बताया गया है कि 224 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना के 31 दिसंबर 2021 तक पूरा होने की संभावना है.

सूत्रों के मुताबिक, 5 जी के नए स्पेक्ट्रम की नीलामी अगले वर्ष मार्च या अप्रैल में हो सकती है. आपको बता दें कि आत्मनिर्भर भारत पहल के तहत सरकार दूरसंचार क्षेत्र में वर्तमान और भविष्य की प्रौद्योगिकी जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहन भी प्रदान कर रही है. देश में 5 जी, आगामी 6 जी, और क्वांटम कम्युनिकेशंस आदि के साथ-साथ अगली पीढ़ी की संचार प्रौद्योगिकियों को लेकर भी कई तरह की पहल चलाई जा रही हैं.

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