टोक्यो: भारतीय फेंसर (Indian Fencer) ने सीए भवानी देवी (Bhavani Devi) ने अपने पहले ओलंपिक (Olympics) अभियान में शानदार शुरूआत की और सोमवार को महिला व्यक्तिगत महिला व्यक्तिगत साब्रे (Women's Individual Sabre) के अपने शुरूआती दौर में 15-3 से आसान जीत दर्ज की. भवानी ने ट्यूनीशिया (Tunisia) की नादिया बेन अजीजी (Nadia Ben Azizi) को 15-3 से हराकर राउंड आफ 32 में प्रवेश किया और ओलंपिक में कोई मैच जीतने वाली भारत की पहली तलवारबाज (Swordsman) बन गईं. Tokyo Olympics 2020: 26 जुलाई को एक्शन में दिखेंगे ओलंपिक में खेलने वाले भारतीय खिलाड़ी, यहां पढ़े दिन का पूरा शेड्यूल
यह एक ऐतिहासिक दिन था जब भारत ने ओलंपिक में तलवारबाजी में अपनी शुरूआत की. यह एक ऐसा खेल है, जो 1896 से ही ग्रीष्मकालीन खेलों में का हिस्सा है. मकुहारी मेस्से हॉल में एक सतर्क शुरूआत करते हुए, भवानी देवी, अजीजी को हमले की शुरूआत करने देने में सहज थी, लेकिन बाद में भवानी ने ट्यूनीशियाई को असहज करते हुए अंक पॉकेट में डालने के लिए बार-बार पिन किया.
तलवारबाजी में, 'राईट ऑफ वे' नियम का उपयोग यह निर्धारित करने के लिए किया जाता है कि दोनों एथलीटों के स्पर्श दर्ज करने की स्थिति में किस फेंसर को अंक दिए जाते हैं. इस नियम के तहत हमले की शुरूआत करने वाले फेंसर को प्राथमिकता दी जाती है.
अपने बचाव के दम पर दुनिया की 42वें नंबर की भवानी देवी ने अपने प्रतिद्वंद्वी की बढ़त को रद्द कर दिया. भारतीय ने फर्स्ट पीरियड के समाप्त होने तक 8-0 की लीड ले ली. दूसरे में, भवानी देवी ने हमला किया और अपनी जीत पर मुहर लगाने के लिए अपनी इच्छा से ओपनिंग की.
भवानी देवी अब दुनिया की तीसरे नंबर की फ्रांस की मानोन ब्रुनेट से भिड़ेंगी. चेन्नई, तमिलनाडु में जन्मी, भवानी देवी ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय फेंसर हैं. भवानी देवी एशियाई चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय भी हैं.