यह ऑस्ट्रेलियाई टीम पुरुषों की ऑस्ट्रेलियाई टीम की याद दिलाती है: शेफाली वर्मा
Shefali Verma (Photo Credits: Twitter)

मुंबई, 17 दिसंबर : शेफाली वर्मा (Shefali Verma) को गेंद को मैदान से बाहर मारना पसंद है लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बाउंड्री लगाने की उनकी खुशी बेजोड़ है, क्योंकि भारत की ओपनिंग बल्लेबाज का कहना है कि यह ऑस्ट्रेलियाई टीम उन्हें पुरुषों की ऑस्ट्रेलियाई टीम की याद दिलाती है. 15 साल की उम्र में भारत के लिए पदार्पण करने वाली शेफाली ने लंबा सफर तय कर लिया है और वह स्मृति मंधाना के साथ महिला क्रिकेट की विस्फोटक जोड़ी बनकर उभरी हैं. कुछ समय तक चूकने के बाद बिग हिटर शेफाली ने इस सप्ताह आखिरकार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना पहला अर्धशतक लगाया जब उन्होंने 41 गेंद में 52 रन की पारी खेली. उन्होंने अपनी पारी में छह चौके और तीन छक्के लगाए.

शेफाली ने चौथे टी20 मैच से पहले कहा, "मुझे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना पसंद है. ऐसा लगता है कि लड़कों के साथ ही खेल रहे हैं. जब मैं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौका लगाती हूं तो मैं प्रोत्साहित होती हूं, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट में एक बेहतरीन टीम है. मैं हमेशा खुश होती हूं जब भी मैं ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर बाउंड्री लगाती हूं." उन्होंने आगे कहा, "मुझे इतनी खुशी इंग्लैंड या अन्य टीमों के खिलाफ बाउंड्री लगाने से नहीं मिलती है." अभी 1-2 से पिछड़ रही भारतीय टीम चौथे मैच को जीतकर पांच मैचों की सीरीज को जीवंत बनाने उतरेगी और शेफाली जानती हैं कि अब कोई गलती नहीं कर सकते क्योंकि ऑस्ट्रेलिया छोटी गलतियों का फायदा उठाने में कामयाब हो सकती है. यह भी पढ़ें : ODI World Cup 2023 Hosting: भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए बुरी खबर, छिन सकती है अगले वनडे वर्ल्ड कप की मेजबानी, जाने BCCI को कितना होगा नुकसान

उन्होंने कहा, "जब मैं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलती हूं तो ऐसा महसूस होता है मैं लड़कों के खिलाफ खेल रही हूं, क्योंकि उनका खेल ही इस तरह का है. अगर वे देखते हैं कि आप छोटी गलतियां कर रहे हो तो वह उसका फायदा उठा लेते हैं. तो हमें उनके खिलाफ शीर्ष क्रिकेट खेलना पड़ेगा." शेफाली ने कहा, "आप उनके खिलाफ गलतियां नहीं कर सकते. आपको अपने सर्वश्रेष्ठ शॉट खेलने होंगे, जिन्हें आप आत्मविश्वास के साथ खेलते हो. मैंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलकर बहुत कुछ सीखा है."

भारत को पिछले मैच में 21 रन से हार मिली थी. शेफाली और कप्तान हरमनप्रीत कौर ने भारत को मैच में बनाए रखा था लेकिन 18 वर्षीय खिलाड़ी ने जरूरी रन रेट को कम करने के चक्कर में बड़े शॉट खेलने के प्रयास में अपना विकेट गंवा दिया. उन्होंने कहा, "हम अच्छा खेल रहे थे, लेकिन स्थिति ऐसी थी कि हमें जोखिम लेना था. हम 30 रन पीछे थे और वह स्थिति शॉट खेलने की मांग कर रही थी. जो शॉट मैंने खेला वह अक्सर छक्के के लिए जाता है लेकिन उस दिन दुर्भाग्य से मैंने अपना विकेट गंवा दिया." पहले दो मैच डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए जबकि तीसरे मैच सहित बाकी के दो मैच भी ब्रेबॉर्न स्टेडियम में खेले जाएंगे.

घरेलू टीम के बल्लेबाज स्ट्राइक बदलने में जूझते दिखे और सीरीज में काफी खाली गेंद खेली. इस पर शेफाली ने कहा, "यह विकेट डीवाई पाटिल स्टेडियम की तरह नहीं है. इस विकेट पर गेंदबाजों को स्विंग मिल रही है लेकिन हम कोई बहाना नहीं बना सकते. हम बल्लेबाजी कोच के निर्देशन में सिंगल्स पर काम कर रहे हैं. दिन प्रतिदिन हम सुधार कर रहे हैं." भारतीय गेंदबाज भी जूझते दिख रहे हैं लेकिन शेफाली ने कहा कि सभी गेंदबाज सिंगल स्टंप पर गेंदबाजी करके मेहनत कर रहे हैं. शेफाली ने अंत में यह भी बताया कि बल्लेबाजी कोच ऋषिकेश कानितकर ने उनको शॉट सेलेक्शन पर फोकस करने को कहा है.