एशियाई खेल (टेनिस): अंकिता रैना के ब्रॉन्ज मेडल के बाद भारत को 2 मेडल मिलना तय
बोपन्ना और अंकिता अपनी सफलता को हालांकि मिश्रित युगल में दोहरा नहीं पाए और मिश्रित युगल वर्ग के क्वार्टर फाइनल में हार कर बाहर हो गए.
जकार्ता. भारत के पुरुष टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना और दिविज शरण यहां जारी 18वें एशियाई खेलों से कम से कम रजत पदक लेकर ही स्वेदश लौटेंगे. इन दोनों की जोड़ी ने खेलों के पांचवें दिन गुरुवार को पुरुष यगुल वर्ग के फाइनल में प्रवेश कर लिया. वहीं, गुणास्वेरन प्रजनेश ने पुरुष एकल वर्ग के सेमीफाइनल में जगह बना अपना भी पदक पक्का कर लिया। महिला एकल वर्ग में अंकिता को कांस्य पदक हासिल हुआ. अंकिता सेमीफाइनल में पहुंची थी, लेकिन जीत हासिल नहीं कर पाईं इसलिए उन्हें कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा.
बोपन्ना और अंकिता अपनी सफलता को हालांकि मिश्रित युगल में दोहरा नहीं पाए और मिश्रित युगल वर्ग के क्वार्टर फाइनल में हार कर बाहर हो गए. यह भी पढ़े-एशियाई खेल (कबड्डी): पुरुषों की शर्मनाक हार, महिलाओं का रजत पक्का
बोपन्ना-शरण ने तीन सेटों तक चले रोमांचक सेमीफाइनल मुकाबले में जापान के काइतो युसूगी और एस. शिमाबुकूरो की जोड़ी को मात देकर फाइनल में प्रवेश किया. जापान की जोड़ी ने मैच की शानदार शुरुआत की और पहले सेट को 6-4 से अपने नाम किया. बोपन्ना-शरण ने दूसरे सेट में शानदार वापसी करते हुए 6-3 से जीत दर्ज की.
तीसरे और निर्णायक टाई ब्रेकर सेट में भी दोनों जोड़ियों के बीच कड़ी टक्कर हुई जहां भारतीय खिलाड़ियों ने 10-8 से बाजी मारी. यह भी पढ़े- एशियन गेम्स: पुरुष कबड्डी में बड़ा उलटफेर, ईरान से हारी भारतीय टीम; ब्रॉन्ज मेडल से करना पड़ा संतोष
प्रजनेश को सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी. प्रजनेश ने एक बेहद कड़े मैराथन मुकाबले में दक्षिण कोरिया के सूनवू कवोन को मात देकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया. इसी के साथ प्रजनेश का कम से कम कांस्य पदक पक्का हो गया है. प्रजनेश ने दूसरे क्वार्टर फाइनल में सूनवू को 6 (2)-7, 6-4, 7-6 (8) से मात देकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया.
यह मैच तीन घंटे 35 मिनट तक चला. मुकाबला इतना दमदार रहा कि कोरियाई खिलाड़ी को पहला सेट जीतने में एक घंटे 14 मिनट का समय लगा. यह भी पढ़े-एशियन गेम्स: 15 साल की उम्र में भारत को दिलाया मेडल, जानें कौन है निशानेबाज शार्दुल विहान
दूसरे सेट को भारतीय खिलाड़ी ने 6-4 से जीता। तीसरा सेट टाई ब्रेकर था जहां दोनों खिलाड़ियों को चोट भी लगी और तकलीफ भी हुई. इस सेट में बारिश ने भी दखल दिया और इसी वजह से मैच पूरा होने में देरी हुई.
सेमीफाइनल में अगर प्रजनेश हार भी जाते हैं तो वह कांस्य पदक अपने नाम करने में सफल रहेंगे.
महिला एकल वर्ग में अंकिता को सेमीफाइनल में हारकर कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा है. चीन की शुआई जैंग ने गुरुवार को हुए अंतिम-4 के मुकाबले में अंकिता को 6-4, 7-6 से परास्त किया.
मिश्रित युगल वर्ग में बोपन्ना और अंकिता की भारतीय जोड़ी को क्वार्टर फाइनल में मेजबान देश इंडोनेशिया की अलडिला सुटजियादी और क्रिस्टोफर रुं गकैट की जोड़ी ने कड़े मुकाबल में 6-4, 1-6, 10-6 से मात देकर सेमीफाइनल में कदम रखा.
एक घंटे नौ मिनट तक चले इस मैच में भारतीय जोड़ी ने कुल चार ऐस लगाईं जबकि इंडोनेशियाई खिलाड़ियों ने सिर्फ एक ऐस लगाई. बोपन्ना और अंकिता ने 11 गैरवाजिब गलतियां कीं तो वहीं इंडोनेशियाई जोड़ी ने 13.
भारतीय जोड़ी अगर सेमीफाइनल में पहुंच जाती तो वह कम से कम कांस्य पदक पक्का कर लेती.