ISSF World Championship: रुद्रांक्ष, अर्जुन, किरण ने भारत को आईएसएसएफ विश्व चैंपियनशिप में पांचवां स्वर्ण दिलाया
रुद्रांक्ष बालासाहेब पाटिल, किरण अंकुश जाधव और अर्जुन बबूता की भारत की तिकड़ी ने पुरुष 10 मीटर एयर राइफल के खिताबी मुकाबले में रविवार को यहां चीन को 16-10 से हराकर आईएसएसएफ विश्व चैंपियनशिप में भारत को पांचवां पदक दिलाया।
काहिरा, 16 अक्टूबर रुद्रांक्ष बालासाहेब पाटिल, किरण अंकुश जाधव और अर्जुन बबूता की भारत की तिकड़ी ने पुरुष 10 मीटर एयर राइफल के खिताबी मुकाबले में रविवार को यहां चीन को 16-10 से हराकर आईएसएसएफ विश्व चैंपियनशिप में भारत को पांचवां पदक दिलाया. रुद्रांक्ष का सीनियर स्तर पर पहली ही विश्व चैंपियनशिप में यह दूसरा स्वर्ण पदक है. इसे पहले उन्होंने 10 मीटर राइफल में व्यक्तिगत स्पर्धा का स्वर्ण पदक भी जीता था. यह भी पढ़ें: Milind Soman का बड़ा खुलासा, इतनी देर वर्कआउट करके 56 की उम्र में भी हैं सुपरफिट
महिला 10 मीटर एयर पिस्टल टीम ने भी स्वर्ण पदक के मुकाबले में जगह बना ली है जिससे भारत का एक और पदक पक्का हो गया है. यैंग हाओरान (दो बार के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता और दो बार के विश्व चैंपियन), लिहाओ शेंग (तोक्यो ओलंपिक के रजत पदक विजेता) और सोंग बुहान (विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता) की चीन की तोड़ी के खिलाफ फाइनल में भारत ने शानदार शुरुआत करते हुए 14-2 की बढ़त बनाई.
चीन की टीम ने इसके बाद जोरदार वापसी करते हुए अगली चार सीरीज जीतकर स्कोर 10-14 कर दिया लेकिन भारतीय निशानेबाजों ने इसके बाद धैर्य बरकरार रखते हुए अगली सीरीज जीतकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया.
शनिवार को भी दोनों टीम ने एक दूसरे को कड़ी टक्कर दी थी लेकिन बाजी चीन की टीम ने मारी थी. चीन की टीम 28 टीम के क्वालीफिकेशन दौर एक और फिर आठ टीम के दूसरे दौर में भी भारत को पछाड़ने में सफल रही.
चीन ने पहले दौर में भारत को 0.4 अंक जबकि दूसरे दौर में 0.9 अंक से पछाड़ा. भारतीय निशानेबाजों ने हालांकि पुरुष एयर राइफल में अंतत: दबदबा बनाया और व्यक्तिगत तथा टीम खिताब जीते.
व्यक्तिगत वर्ग में निराशा झेलने वाली भारत की एयर राइफल महिला निशानेबाजों ने टीम स्पर्धा में बेहतर प्रदर्शन करते हुए जर्मनी को 17-11 से हराकर कांस्य पदक जीता. मेघना सज्जनार ने महत्वपूर्ण लम्हों में लगातार दो शॉट में 10.9 अंक जुटाकर इलावेनिल वलारिवान और मेहुल घोष के साथ मिलकर कांस्य पदक जीता। इससे पहले टीम क्वालीफिकेशन के दूसरे दौर में तीसरे स्थान पर रहते हुए सिर्फ 0.6 अंक से पिछड़कर स्वर्ण पदक के मुकाबले में जगह बनाने में विफल रही थी.
पहले चरण में भारतीय टीम ने 947.0 अंक के साथ दूसरा स्थान हासिल किया था और टीम चीन से केवल 0.1 अंक से पीछे थी. मानवी जैन और समीर ने 25 मीटर स्टैंडर्ड पिस्टल मिश्रित टीम जूनियर स्पर्धा के स्वर्ण पदक मैच में चीन के फेंग सिक्सुआन और लियू यांगपैन के खिलाफ 3-17 की शिकस्त से चैंपियनशिप का भारत का पहला रजत पदक जीता.
भारतीय जोड़ी क्वालीफिकेशन के पहले दौर में 564 अंक के साथ दूसरे स्थान पर थी और फिर दूसरे दौर में 378 अंक के साथ शीर्ष पर रहते हुए खिताबी मुकाबले में पहुंची. पायल खत्री और साहिल दुधाने ने इसी स्पर्धा में भारत के लिए चैंपियनशिप का चौथा कांस्य जीता। उन्होंने नॉर्वे के एने तोर्गरसन और हैंस नोएस्टवॉल्ड को करीबी मुकाबले में 16-14 से हराया.
यह जोड़ी पहले दौर में 563 अंक के साथ तीसरे और फिर दूसरे दौर में 368 के साथ तीसरे स्थान पर रही और कांस्य मैच के लिए क्वालीफाई किया. पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल टीम स्पर्धा में शिव नरवाल, नवीन और विजयवीर सिद्धू की भारतीय तिकड़ी क्वालीफिकेशन चरण दो में 580 अंक के साथ अंतत: पांचवें स्थान पर रही.
साथ ही महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन टीम जूनियर स्पर्धा में भारत की निश्चल, निकिता कुंडू और नुपुर कुमरावत क्वालीफिकेशन में 1278 के स्कोर के साथ 10वें स्थान पर रही.
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