IPL Auction 2023: कोच्चि में कल लगेगी खिलाड़ियों की बोली, जानें आईपीएल 2023 मिनी ऑक्शन से जुडे नियम, जिसका फ्रेंचाइजियों को रखना होगा ध्यान
ऐसे में आज हम पांच ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जो ऑक्शन में सबसे महंगे बिक सकते हैं और पुराने रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं. लेकिन पहले इससे जुड़ी सभी नियमो पर हम चर्चा करेंगे जिस पर टीम को कोई भी डिसिशन लेना होगा. और उसकी के दायरे में रहकर बोली लगनी होगी
इंडियन प्रीमियर लीग 2023 के ऑक्शन का आयोजन कल यानी 23 दिसंबर को कोच्चि में होना है. इस ऑक्शन के लिए 405 खिलाड़ियों को शॉर्टलिस्ट किया गया है. वहीं कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस बार ऑक्शन में बेन स्टोक्स, मयंक अग्रवाल जैसे खिलाड़ियों पर फ्रेंचाइजियां पैसो की बारिश कर सकती है. ऐसे में आज हम पांच ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जो ऑक्शन में सबसे महंगे बिक सकते हैं और पुराने रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं. लेकिन पहले इससे जुड़ी सभी नियमो पर हम चर्चा करेंगे जिस पर टीम को कोई भी डिसिशन लेना होगा. और उसकी के दायरे में रहकर बोली लगनी होगी. यह भी पढ़ें: दक्षिण अफ्रीका में वनडे श्रृंखला के लिये इंग्लैंड टीम में आर्चर की वापसी
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2023 की खिलाड़ियों की नीलामी के लिए 714 भारतीयों सहित कुल 991 क्रिकेटरों ने पंजीकरण कराया है. इस सूची में भारत के अलावा 14 अन्य देशों के खिलाड़ी शामिल है. विदेशी खिलाड़ी की सूची में ऑस्ट्रेलिया के सबसे ज्यादा 57 क्रिकेटर इस नीलामी में शामिल होंगे. इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के 52 खिलाड़ी है. इस सूची में वेस्टइंडीज (33), इंग्लैंड (31), न्यूजीलैंड (27), श्रीलंका (23), अफगानिस्तान (14) आयरलैंड (आठ), नीदरलैंड (सात), बांग्लादेश (छह), यूएई (छह), जिम्बाब्वे (छह)), नामीबिया (पांच) और स्कॉटलैंड (दो) के खिलाड़ी भी शामिल है.
आईपीएल ऑक्शन में फ्रेंचाइजियों को निम्नलिखित नियमो का रखना होगा ध्यान
- किसी भी फ्रेंचाइजियों को अपने पर्स में उपलब्ध राशि से ज्यादा इस्तेमाल नहीं कर सकती है. 90 करोड़ में से बचे राशि ही खर्च सकते है.
- सभी टीमो को 90 करोड़ खर्च करने की अनुमति है जिसमे से कम से कम उपलब्ध बजट का 75 फीसद खर्च करना होगा.
- इस ऑक्शन में फ्रेंचाइजियों के पास राइट टू मैच कार्ड के इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं होगी, जिसके वजह से कोई भी टीम अपने पुराने खिलाड़ी को इस राईट के वजह से हथिया नहीं सकते है.
- सभी फ्रेंचाइजी को कम से कम 18 खिलाड़ी और ज्यादा से ज्यादा 25 खिलाड़ी खरीदने की अनुमति होगी.
- कोई भी फ्रेंचाइजी 8 से ज्यादा विदेशी खिलाड़िय़ों को नहीं खरीद सकती है.