Pervez Musharraf Dies: जब पाकिस्तान दौरे पर गए पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली को परवेज़ मुशर्रफ ने फोन करके दी थी हिदायत
वे सुरक्षा घेरा भेदकर खाना तो खा लिया था लेकिन अगले दिन सुबह को अचानक एक फ़ोन आया जो पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ के ऑफिस से थी क्योकि ये बात उन तक पहुंच गई थी. उनके स्टाफ ने बताया कि राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ उनसे बात करना चाहते हैं. परवेज मुशर्रफ ने उनको बेहद विनम्र भाव से कहा कि अगली बार ऐसी गलती न करे और अगर आप अगली बार बाहर जाना चाहते हैं तो सुरक्षाकर्मियों को सुचना दें, ताकि वे उनके लिए सुरक्षा की अच्छी बंदोबस्त कर देंगे. अगली बार इस तरह के एडवेंचर ना करें.
05 फरवरी (रविवार) को पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का दुबई में निधन हो गया. 2004 और 2006 में भारत के पाकिस्तान दौरे के दौरान पाकिस्तान के राष्ट्रपति के रूप में कार्य करने वाले मुशर्रफ का खेल के साथ घनिष्ठ संबंध था और अक्सर क्रिकेट मैचों में भाग लेते रहते थे. परवेज मुशर्रफ ने एक बार एमएस धोनी को अपने लंबे बाल नहीं काटने की सलाह दी थी. भारत ने आखिरी बार द्विपक्षीय श्रृंखला के लिए 2006 में पाकिस्तान का दौरा किया था. लाहौर में एकदिवसीय मैच के दौरान पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान तत्कालीन राष्ट्रपति मुशर्रफ ने धोनी की प्रशंसा की और मैच जीतने के लिए भारतीय क्रिकेट टीम को बधाई भी दी. उन्होंने धोनी से कहा कि वह लंबे बालों में ज्यादा अच्छे लगते हैं. साथ ही उन्हें बाल न काटने की सलाह भी देते हैं. एमएस धोनी और परवेज मुशर्रफ के बीच यह छोटा लेकिन लोकप्रिय संवाद इतना वायरल हुआ कि बाद में इसे धोनी की बायोपिक में इस्तेमाल किया गया. यह भी पढ़ें: पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का दुबई में निधन, पार्थिव शरीर पाकिस्तान लाए जाने के बाद आज कराची में दफनाया जाएगा
एक किस्सा जो उस समय काफ़ी मशहूर हुआ था जब मुशर्रफ ने भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को फोन करके हिदायत दी थी, जिसका जिक्र सौरव गांगुली ने अपनी ऑटोबायोग्राफी में संकलित किया था. उन्होंने अपनी किताब ‘ए सेंचुरी इज़ नॉट इनफ’ में अपने पाकिस्तान दौरे का जिक्र किया था. जब 2004 में भारतीय टीम पाकिस्तान की यात्रा की थी, तब गांगुली भारतीय टीम का कप्तान थे. तब उन्होंने सुरक्षाकर्मियों को चकमा दे कर बाहर खाना खाने के लिए चले गए थे. उस समय उनके होटल को हाई सिक्यूरिटी में रखा गया था. काफी ज्यादा सुरक्षा घेरा बना दिया गया था. लेकिन उसको भेदने में कामयाब रहे थे.
उन्होंने लिखा था कि वे सुरक्षा घेरा भेदकर खाना तो खा लिया था लेकिन अगले दिन सुबह को अचानक एक फ़ोन आया जो पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ के ऑफिस से थी क्योकि ये बात उन तक पहुंच गई थी. उनके स्टाफ ने बताया कि राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ उनसे बात करना चाहते हैं. परवेज मुशर्रफ ने उनको बेहद विनम्र भाव से कहा कि अगली बार ऐसी गलती न करे और अगर आप अगली बार बाहर जाना चाहते हैं तो सुरक्षाकर्मियों को सुचना दें, ताकि वे उनके लिए सुरक्षा की अच्छी बंदोबस्त कर देंगे. अगली बार इस तरह के एडवेंचर ना करें.