National Games: 'राष्ट्रीय खेलों का मेरे दिल में विशेष स्थान', भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान रानी रामपाल का बयान
Rani Rampal (Photo Credit: IANS)

पणजी, 31 अक्टूबर: भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान रानी रामपाल ने कहा है कि उनका राष्ट्रीय खेलों से विशेष जुड़ाव है क्योंकि इन खेलों में उनके प्रदर्शन के कारण ही उन्हें राष्ट्रीय शिविर में जगह मिली. भारतीय सीनियर टीम के लिए डेब्यू करने वाली सबसे कम उम्र की महिला हॉकी खिलाड़ी होने का रिकॉर्ड रखने वाली रानी को पहली बार 2007 में राष्ट्रीय टीम के लिए चुना गया था, जब वह असम के गुवाहाटी में आयोजित खेलों में सिर्फ 14 साल की थीं और उनका करियर इसके बाद तेजी से आगे बढ़ा. यह भी पढ़ें: Asian Shooting Championship 2023: शूटर श्रीयांका सदांगी ने भारत के लिए जीता 13वां ओलंपिक कोटा, 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन (3पी) स्पर्धा में चौथे स्थान पर रही

28 वर्षीय खिलाड़ी ने तब से भारत के लिए 250 से अधिक मैच खेले हैं और अपने शानदार करियर के दौरान 120 से अधिक गोल किए हैं. लेकिन राष्ट्रीय खेलों का मंच अभी भी रानी के जीवन में एक विशेष स्थान रखता है. रानी अपना चौथा राष्ट्रीय खेल खेल रही है.

उन्होंने कहा, "राष्ट्रीय खेलों का मेरे दिल में एक विशेष स्थान है. मैंने पहली बार 2007 में राष्ट्रीय खेलों में भाग लिया था और वहां मेरे प्रदर्शन के आधार पर मुझे राष्ट्रीय शिविर के लिए चुना गया था. यह वही टूर्नामेंट है जिसने मेरे लिए राष्ट्रीय टीम के दरवाजे खोले. अपने देश के लिए खेलना किसी भी खिलाड़ी के जीवन का सबसे गौरवपूर्ण क्षण होता है. लेकिन यह याद रखना हमेशा विशेष होता है कि यह सब कहां से शुरू हुआ."

उन्होंने पिछले साल टोक्यो ओलंपिक खेलों में भारतीय टीम को चौथे स्थान पर पहुंचाने के तुरंत बाद गुजरात में राष्ट्रीय खेलों में हरियाणा टीम का नेतृत्व किया था. अपने राज्य की टीमों के लिए वरिष्ठ अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों के खेलने के महत्व के बारे में बोलते हुए रानी ने कहा, "जब हम उभरते हुए खिलाड़ी थे, तो टीम में एक वरिष्ठ अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी होने से हमें अतिरिक्त प्रेरणा मिलती थी.

हरियाणा की इस टीम ने युवा प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को बनाया है और अगर मैं उपस्थिति उन्हें उत्कृष्टता हासिल करने में किसी भी तरह से मदद कर सकती है तो हॉकी के लिए इससे बेहतर योगदान क्या हो सकता है."

रानी इस बात से खुश थी कि गोवा इस साल राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी कर रहा है और उन्होंने कहा कि यह देश भर में बढ़ती खेल संस्कृति को दर्शाता है और उम्मीद है कि राज्य निकट भविष्य में अंतर्राष्ट्रीय सितारे पैदा करेगा.