मैच फिक्सिंग मामला: भारत लाया गया सट्टेबाज संजीव चावला, खुल सकते हैं मैच फिक्सिंग के कई राज
कई पूर्व भारतीय क्रिकेट सितारे सट्टेबाज संजीव चावला के भारत प्रत्यर्पण से मुश्किल में पड़ सकते हैं. दिल्ली पुलिस दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान दिवंगत हैंसी क्रोनिया से जुड़े मैच फिक्सिंग मामले के कथित मास्टरमाइंड को गुरुवार को लंदन से भारत लेकर आई है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने आरोप पत्र के हवाले से कहा कि मैच फिक्सिंग मामले में अभी तक फरार चल रहा ब्रिटिश नागरिक चावला भारतीय खिलाड़ियों सहित कई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों के साथ जुड़ा हुआ था. क्राइम ब्रांच द्वारा संजीव चावला पर तैयार डोजियर से पता चलता है कि उसके लंदन स्थित 4मोंक विले एवेन्यू बंगले में कई भारतीय क्रिकेर्ट्स का आना-जाना लगा रहता था. इतना ही नहीं, पुलिस द्वारा बरामद चावला की फोन सूची से वर्ष 2000 के जनवरी से मार्च के बीच कॉल डेटा रिकॉर्डस (सीडीआर) में उन क्रिकेर्ट्स के फोन नंबर पाए गए हैं.
नई दिल्ली:- कई पूर्व भारतीय क्रिकेट सितारे सट्टेबाज संजीव चावला के भारत प्रत्यर्पण से मुश्किल में पड़ सकते हैं. दिल्ली पुलिस दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान दिवंगत हैंसी क्रोनिया से जुड़े मैच फिक्सिंग मामले के कथित मास्टरमाइंड को गुरुवार को लंदन से भारत लेकर आई है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने आरोप पत्र के हवाले से कहा कि मैच फिक्सिंग मामले में अभी तक फरार चल रहा ब्रिटिश नागरिक चावला भारतीय खिलाड़ियों सहित कई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों के साथ जुड़ा हुआ था. क्राइम ब्रांच द्वारा संजीव चावला पर तैयार डोजियर से पता चलता है कि उसके लंदन स्थित 4मोंक विले एवेन्यू बंगले में कई भारतीय क्रिकेर्ट्स का आना-जाना लगा रहता था. इतना ही नहीं, पुलिस द्वारा बरामद चावला की फोन सूची से वर्ष 2000 के जनवरी से मार्च के बीच कॉल डेटा रिकॉर्डस (सीडीआर) में उन क्रिकेर्ट्स के फोन नंबर पाए गए हैं.
भारत में वर्ष 2000 में खेली गई भारत-दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट सीरीज के मैचों को फिक्स करने का खुलासा हुआ है. यह 2000 में फरवरी से मार्च के बीच की घटना है जब भारत में भारत-दक्षिण अफ्रीका सीरीज के दौरान मैच फिक्स करने की साजिश का खुलासा हुआ था. दिल्ली पुलिस के एक पूर्व आयुक्त ने कहा, चावला के लंदन भाग जाने के बाद उससे पूछताछ नहीं की जा सकी. बाद में तत्कालीन भारतीय क्रिकेटरों को वैश्विक सट्टेबाजों से जोड़ने वाले सीडीआर की भी जांच नहीं हो पाई थी. क्राइम ब्रांच ने स्कॉटलैंड यार्ड से भी दस्तावेज इकट्ठा किए हैं. स्कॉटलैंड यार्ड के अधिकारियों ने चावला को वर्ष 2001 में इंग्लैंड के खिलाड़ियों से जुड़े एक और सट्टेबाजी के मामले में गिरफ्तार किया था.
क्राइम ब्रांच ने इंग्लैंड के क्रिकेटरों की संलिप्तता वाले सट्टेबाजी के एक अन्य मामले में चावला को गिरफ्तार करने वाली स्कॉटलैंड यार्ड से भी दस्तावेज लिए हैं. इंग्लैंड के पूर्व ऑल राउंडर क्रिस लुईस ने आरोप लगाया था कि चावला ने इंग्लैंड के तत्कालीन कप्तान एलेक स्टीवर्ट को मैचों में खराब प्रदर्शन करने के लिए रिश्वत की पेशकश की थी. इसके बाद स्कॉटलैंड यार्ड ने लुईस के बयान के आधार पर चावला और एक प्रमुख भारतीय प्रमोटर से पूछताछ की थी. जांच के दौरान यह भी पता चला कि भारत, पाकिस्तान, वेस्ट इंडीज और दक्षिण अफ्रीका के कई खिलाड़ी चावला के संपर्क में थे और इनमें से अधिकतर खिलाड़ी बुकी के 230 कमर्शियल रोड लंदन ईआई 2एनबी स्थित रेस्तरां ईस्ट इज ईस्ट गए थे.
दिल्ली के पूर्व पुलिस कमिश्नर अजय राज शर्मा ने दुबई स्थित सट्टे के सिंडिकेट्स के साथ चावला के संबंधों के बारे में कहा कि दिल्ली पुलिस को शुरुआत में अंडरवल्र्ड के एक सदस्य द्वारा उपयोग किए गए संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के एक नंबर का पता चला था. चावला के अंडरवल्र्ड के साथ संबंधों की जांच हालांकि पुलिस हिरासत में पूछताछ के दौरान होगी. दिल्ली पुलिस के आरोप पत्र के अनुसार, सट्टेबाज संजीव चावला के सहयोगियों में से एक कृष्ण कुमार (टी-सीरीज म्यूजिक ग्रुप के) का फोन नंबर सीधे तौर पर वर्ष 2000 की शुरुआत में दुबई से संचालित अंडरवल्र्ड संगठन के एक कथित सदस्य शाहीन हैथले के फोन नंबर से जुड़ा था.
दुनिया भर की क्रिकेट बिरादरी को हिला देने वाले मैच फिक्सिंग मामले के दौरान दिल्ली पुलिस प्रमुख पूर्व आईपीएस अधिकारी अजय राज शर्मा ने कहा, मैच फिक्सिंग मामले के मास्टरमाइंड चावला से पूछताछ के बाद क्या सामने आता है, इसका मुझे बेसब्री से इंतजार है. उसने कई महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय मैचों के परिणामों को बदलने के लिए कई क्रिकेटरों को भारी मात्रा में भुगतान किया था. उससे पूछताछ के बाद पूर्व के अन्य घोटाले भी उजागर होंगे.