India in Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक में क्या भारत तोड़ पाएगा पिछला रिकॉर्ड? मेडल के लिए नीरज चोपड़ा-पीवी सिंधु समेत इन खिलाड़ियों पर टिकी निगाहें

पेरिस में शुक्रवार को शुरू होने वाले ओलंपिक खेलों में भारत के 117 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं. इन खिलाड़ियों के लिए यह एक अलग अनुभव होने वाला है. कई खिलाड़ी अपनी कंधों पर बड़ी उम्मीदों का बोझ उठाए हुए हैं, तो कुछ नए खिलाड़ी अचानक जीत दिलवाने के लिए तैयार हैं. वहीं कुछ अनुभवी खिलाड़ी अपने शानदार करियर को एक अच्छे  मोड़ पर खत्म करने के लिए तैयार हैं.

क्या भारत तोड़ पाएगा टोक्यो ओलंपिक का रिकॉर्ड?

भारत की नज़रें टोक्यो ओलंपिक में हासिल किए गए सात मेडल से अधिक मेडल जीतने पर हैं. लेकिन यह काफ़ी मुश्किल काम होने वाला है. वर्तमान ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा के अलावा, बहुत कम खिलाड़ी अपने-अपने क्षेत्र में टॉप कंटेंडर माने जा रहे हैं.

कौन हैं मुख्य दावेदार?

भारत की ओलंपिक गौरव की उम्मीदें नीरज के कंधों पर टिकी हुई हैं. वह अपने अडक्टर में चोट के बावजूद अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए तैयार हैं. उनके साथ बैडमिंटन की जोड़ी चिराग शेट्टी और सतविकसाईराज रंकीरेड्डी भी शानदार प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं. हालांकि, नीरज के लिए 90 मीटर का आंकड़ा पार करना एक चुनौती रहेगा.

क्या सिंधु और हॉकी टीम भी दिलवा पाएंगे मेडल?

दो बार ओलंपिक मेडल जीत चुकी पीवी सिंधु का फॉर्म हाल ही में थोड़ा गिर गया है, लेकिन उनका अनुभव उनके लिए काफ़ी मददगार साबित हो सकता है. हॉकी टीम का हालिया प्रदर्शन अस्थिर रहा है. ऑस्ट्रेलिया में उनका प्रदर्शन बहुत खराब रहा, लेकिन एशियाई खेलों में उन्होंने शानदार जीत हासिल की थी.

निशानेबाज और कुश्ती टीम का क्या होगा?

21 सदस्यों वाली भारतीय निशानेबाजी टीम शांत तरीके से तैयारी कर रही है. पिछले ओलंपिक में मनु भाकर और सौरभ चौधरी जैसे नए खिलाड़ियों पर बहुत उम्मीदें थी, लेकिन वे उन उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए. इस बार शूटिंग टीम पर ज़्यादा ध्यान नहीं है, लेकिन सिफ़त कौर समरा, संदीप सिंह और ऐश्वर्या प्रताप सिंह तोमर मेडल जीतने की क्षमता रखते हैं.

कुश्ती टीम

कुश्ती टीम का प्रदर्शन भी अनिश्चित है. कुश्ती महासंघ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के कारण खिलाड़ियों की तैयारी पर बहुत असर पड़ा है. अंशु मालिक, अंतिम पंघाल और अमन सेहरावत पर काफी उम्मीदें हैं. रीतिका हुडा भी एक सुरप्राइज़ कंटेंडर हो सकती हैं.

टेबल टेनिस और तीरंदाजी की क्या संभावनाएं हैं?

टेबल टेनिस खिलाड़ियों ने अपनी रैंकिंग के आधार पर ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है. तीरंदाजी खिलाड़ियों का प्रदर्शन कुछ चिंताजनक है. हाल ही में उनके कोच को ओलंपिक में प्रवेश से रोक दिया गया, जिससे उनके अभियान पर बड़ा सवालिया निशान लग गया है.

कौन और दिलवा सकते हैं मेडल?

मीराबाई चानू, जो टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीत चुकी हैं, हाल ही में चोटों से जूझ रही हैं और उनका फॉर्म अस्थिर रहा है. यह देखना दिलचस्प होगा कि वे अपनी पिछली सफलता को दोहरा पाती हैं या नहीं. अनुभवी बॉक्सर निकहत ज़रीन और उनके साथी निशांत देव का प्रदर्शन देखने लायक होगा.

भारत का ओलंपिक इतिहास

आज तक भारत ने ओलंपिक में 35 मेडल जीते हैं. अभिनव बिंद्रा (2008) और नीरज चोपड़ा (2021) अकेले ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने व्यक्तिगत स्वर्ण मेडल जीते हैं. यह देखना बहुत दिलचस्प होगा कि भारत के खिलाड़ी पेरिस ओलंपिक में कैसा प्रदर्शन करते हैं. क्या वे सात मेडल का रिकॉर्ड तोड़ पाएंगे या नहीं? यह सब आने वाले समय में ही पता चलेगा.