गुवाहाटी में भारत ने तीन मैचों की श्रृंखला के दूसरे T20I में मैच में जीत के साथ दक्षिण अफ्रीका पर घर पर अपनी पहली द्विपक्षीय श्रृंखला में जीत पकी कर ली है. भारत में खेली गई पिछली तीन श्रृंखलाओं में, दक्षिण अफ्रीका ने एक बार (2015) जीत हासिल किया था, जबकि शेष दो श्रृंखलाएं (2019, 2022) ड्रा रही थीं.
भारत की शानदार शुरुआत करते हुए सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और केएल राहुल ने 10 ओवर से भी कम में 96 रन बनाकर की. विराट कोहली भी इसी इरादे से खेले, लेकिन सूर्यकुमार ने एक बार फिर तेजर्रार बल्लेबाजी करते हुए मैच का पूरा रंग बदल दिया.
सूर्यकुमार यादव ने 18 गेंदों में अपना अर्धशतक लगाया, जो भारत के लिए मध्य और अंत के ओवरों में भारत की ओर से दूसरा सबसे तेज अर्द्धशतक लगाया, यादव ने केएल राहुल की शानदार अर्धशतक बनाने के लिए बराबरी की. इससे पहले युवराज सिंह के नाम 2007 आईसीसी टी20 विश्व कप के उद्घाटन मैच में 12 गेंदों में अर्धशतक लगाने का रिकॉर्ड बनाया था.
यादव ने अपनी पारी के दौरान एक और रिकॉर्ड T20I में सबसे तेज (गेंदों का सामना करने के मामले में) 1000 रन भी बनाया, लैंडमार्क पर पहुंच गए. ग्लेन मैक्सवेल ने 604 गेंदों में वहां पहुंचने का रिकॉर्ड बनाया था, लेकिन यादव ने आसानी से इसे पार कर लिया, टी20ई में अपनी 573 वीं गेंद पर यह कारनामा अपने नाम किया,
कोहली और यादव (42 गेंदों में 102) के बीच साझेदारी भी इस प्रारूप में भारत का सबसे तेज 100 रन बनाया.
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए चौथा सबसे बड़ा टी20I टोटल 237/3 का स्कोर बनाया, उन्होंने अंतिम 10 ओवरों में 141 रन का विशाल स्कोर बनाया. यह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ T20I में सबसे बड़ा स्कोर बनाया था.
जवाब में, अर्शदीप सिंह ने अपने पहले ओवर में दो विकेट लेने के बाद दक्षिण अफ्रीका को 5/2 पर सिमट दिया, लेकिन क्विंटन डी कॉक और डेविड मिलर ने एक शतकिय साझेदारी के के बदौलत हार के अंतर को कम करने में सफल बनाया.
मिलर ने अपना दूसरा T20I शतक सिर्फ 46 गेंदों में पूरा किया, लेकिन अंत में, दक्षिण अफ्रीका के लिए लक्ष्य का पीछा करना बहुत अधिक अंतर था. मिलर और डी कॉक के बीच नाबाद 174 रनों की साझेदारी अब टी20I में चौथे विकेट के लिए सबसे बड़ा साझेदारी बनाया.