IND vs BAN 1st Test 2024: आगे बढ़ने से मत डरो', रवि शास्त्री ने विराट कोहली से ऐसा क्यों कहा?
भारतीय टीम के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि स्टार बल्लेबाज विराट कोहली को बल्लेबाजी के दौरान स्पिनरों के खिलाफ अपने पैरों का इस्तेमाल करने और हवाई शॉट खेलने से नहीं डरना चाहिए.
चेन्नई, 21 सितंबर : भारतीय टीम के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि स्टार बल्लेबाज विराट कोहली को बल्लेबाजी के दौरान स्पिनरों के खिलाफ अपने पैरों का इस्तेमाल करने और हवाई शॉट खेलने से नहीं डरना चाहिए. रवि शास्त्री का यह कमेंट शुक्रवार को चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में बांग्लादेश के खिलाफ चल रहे पहले टेस्ट की दूसरी पारी में स्पिनर मेहदी हसन मिराज की गेंद पर कोहली के अपना विकेट गंवाने के बाद आया. कोहली, जो अच्छी लय में दिख रहे थे लेकिन स्पिन की जाल में फंस गए और अपना विकेट बांग्लादेश को गिफ्ट में दे आए. विराट कोहली 17 रन बनाकर आउट हुए लेकिन जब रिप्ले देखा गया तो उसमें गेंद पैड से टकराने से पहले उनके बल्ले का किनारा लेकर गई थी. हालांकि, विराट ने डीआरएस नहीं लिया था.
शास्त्री ने मैच कमेंट्री के दौरान कहा, "वह पिछले 2-3 वर्षों में स्पिनरों के सामने कई बार आउट हुए हैं. लेकिन उन्होंने बहुत रन भी बनाए हैं. आप उन्हें अपने पैरों का इस्तेमाल करते हुए देखना चाहेंगे. गेंद की पिच पर आएं, शायद स्वीप का इस्तेमाल करें. आप स्पिनरों को परेशान करने के लिए कुछ अलग या नया कर सकते हैं, बजाय इसके कि आप उन्हें खुद पर दबाव बनाने दें. जब उन्होंने बहुत रन बनाए तो उन्होंने यही किया था." यह भी पढ़ें : IND vs BAN 1st Test 2024 Day 3 Live Score Updates: बांग्लादेश को लगा पहला झटका, जसप्रीत बुमारह ने सलामी बल्लेबाज जाकिर हसन को किया आउट, यशस्वी जायसवाल ने लपका खुबसूरत कैच, देखें वीडियो
पहली पारी में सिर्फ छह रन बनाने वाले कोहली पिछले दो वर्षों से टेस्ट क्रिकेट में घरेलू धरती पर रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. पूर्व कप्तान ने भारत में पिछले छह टेस्ट मैचों में सिर्फ एक शतक लगाया है. हालांकि, उनका आखिरी टेस्ट शतक पिछले साल पोर्ट ऑफ स्पेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ आया था.
2021 से कोहली ने एशिया में 14 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 23 पारियों में 29.72 की औसत से 654 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं. इस दौरान उनका टेस्ट प्रदर्शन ज्यादा अच्छा नहीं रहा, जिसमें उन्होंने 51 पारियों में 32.72 की औसत से 8 अर्धशतक और दो शतकों के साथ केवल 1,669 रन बनाए हैं.