Diamond League Final: डायमंड लीग फाइनल में नीरज चोपड़ा को जूलियन वेबर ने पछाड़ा, 91.51 मीटर थ्रो के साथ जीता खिताब
Neeraj Chopra(Photo Credits: @vivek23mishra/X)

ज्यूरिख, 29 अगस्त : ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) डायमंड लीग फाइनल (Diamond League Final) में शीर्ष स्थान हासिल करने से चूक गए. नीरज चोपड़ा दूसरे स्थान पर रहे. जर्मनी के जूलियन वेबर 91.51 मीटर थ्रो के साथ शीर्ष पर रहे. नीरज चोपड़ा से डायमंड लीग फाइनल में शीर्ष स्थान हासिल करने की उम्मीद थी. लेकिन, अपने आखिरी प्रयास में 85.01 मीटर भाला फेंककर वह दूसरे स्थान पर रहे. चोपड़ा के छह में से शुरुआती पांच प्रयासों में दो थ्रो वैध रहे जबकि तीन फाउल रहे. अपने आखिरी प्रयास में उन्होंने 85.01 भाला फेंक केशोर्न वॉलकॉट को पछाड़ दूसरा स्थान हासिल किया. वॉलकॉट तीसरे स्थान पर रहे. पूर्व विश्व चैंपियन एंडरसन पीटर्स 82.06 मीटर के थ्रो के साथ चौथे स्थान पर रहे.

चोपड़ा का यह प्रदर्शन उनके व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 90.23 मीटर से कम है. विजेता जूलियन वेबर ने पहले ही प्रयास में 91.37 मीटर का थ्रो फेंका. इसके बाद 91.51 मीटर के थ्रो के साथ उन्होंने अपना स्थान पक्का कर लिया. ये वेबर का नया रिकॉर्ड है. यह भी पढ़ें :Afghanistan vs Pakistan, 1st Match Tri-Series 2025 Live Streaming In India: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच आज खेला जाएगा रोमांचक मुकाबला, यहां जानें भारत में कब, कहां और कैसे उठाए लाइव मुकाबले का लुफ्त

चोपड़ा ने जून में पेरिस में 88.16 मीटर के प्रयास के साथ प्रथम स्थान प्राप्त करके डायमंड लीग फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था. 2022 में ज्यूरिख में 88.44 मीटर का थ्रो फेंककर नीरज ने खिताब जीता था, जबकि 2023 और 2024 में भी वे फाइनल में पहुंचे लेकिन खिताब हासिल करने से चूक गए थे. डायमंड लीग 2024 में खिताब जीतने से सिर्फ 1 सेंटीमीटर से पीछे रह गए थे. उन्हें ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स से मात मिली थी, जिन्होंने 87.87 मीटर का थ्रो किया था.

जैवलिन के विश्व चैंपियन रह चुके नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण जीता था. जैवलिन में देश के लिए पदक जीतने वाले वह पहले एथलीट रहे थे. पेरिस ओलंपिक में भी उनसे स्वर्ण की उम्मीद थी. लेकिन, वह चूक गए थे. इसके बाद डायमंड लीग में उनसे शीर्ष स्थान हासिल करने की उम्मीद जताई जा रही थी. पेरिस ओलंपिक के बाद अपना कोच बदलने वाले नीरज के खेल में तकनीकी कमी नजर आई और वह ज्यूरिख में भी शीर्ष स्थान हासिल नहीं कर सके.