एशिया कप 2023 के आयोजन स्थल को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी ऐसा लगता है कि जल्द खत्म होने वाली नहीं है. एशिया कप का 16वां संस्करण इस साल सितंबर में पाकिस्तान में होने वाला है. टूर्नामेंट में छह टीमें हिस्सा लेंगी. तीन टीमों के दो ग्रुप की घोषणा पहले ही की जा चुकी है. कट्टर प्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान को ग्रुप ए में रखा गया है जबकि बांग्लादेश, श्रीलंका और अफगानिस्तान ग्रुप बी में हैं. हालांकि, दिलचस्प बात यह है कि भारत ने पहले ही दोनों देशों के बीच राजनीतिक तनाव के कारण अपनी टीम को पाकिस्तान नहीं भेजने का फैसला किया है. यह भी पढ़ें: एशिया कप के आयोजन को लेकर विवाद में कूदे आर. आश्विन, कहा- पाकिस्तान की जगह श्रीलंका में कर देना चाहिए शिफ्ट
गतिरोध तोड़ने के लिए हाल ही में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने एशिया कप 2023 के लिए हाइब्रिड मॉडल का प्रस्ताव रखा था. इस मॉडल के अनुसार, भारत अपने मैच तटस्थ स्थान पर खेलेगा जबकि अन्य टीमें अपने मैच पाकिस्तान में खेलेंगी.
एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) की बैठक के बाद पीसीबी अध्यक्ष सेठी ने कहा, 'हमने इस हाईब्रिड मॉडल पर फैसला किया है कि पाकिस्तान अपने एशिया कप के मैच अपने घर में और भारत अपने मैच तटस्थ स्थल पर खेलेगा और एशियाई क्रिकेट परिषद को हमारा यह प्रस्ताव है.'.
इस हाइब्रिड मॉडल के बारे में बात करते हुए, एसीसी अध्यक्ष और बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कहा, "हम 2023 एशिया कप के आयोजन स्थल को अंतिम रूप देने और भारत-पाकिस्तान मैच पर स्पष्टता के लिए अन्य देशों से प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं."
अब मीडिया आउटलेट क्रिकेट पाकिस्तान की एक रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई सचिव जय शाह पहले ही इस नए हाइब्रिड मॉडल का विरोध कर चुके हैं और चाहते हैं कि पूरा टूर्नामेंट पाकिस्तान के बाहर आयोजित किया जाए. दिलचस्प बात यह है कि श्रीलंका और यूएई पहले ही एशिया कप 2023 की मेजबानी में रुचि दिखा चुके हैं. पीसीबी फिलहाल पूरे एशिया कप 2023 को दूसरे देश में स्थानांतरित करने को लेकर लोगों की प्रतिक्रिया को लेकर चिंतित है. इसलिए उन्होंने पहले ही इस विचार को खारिज कर दिया है और अपने रुख पर अडिग रहने का फैसला किया है.
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि अगर एशिया कप 2023 रद्द हो जाता है तो बीसीसीआई पहले ही पांच देशों के टूर्नामेंट की योजना बना चुका है. नया टूर्नामेंट विंडो में होगा जो पहले एशिया कप 2023 के लिए आरक्षित था. हालांकि अभी यह देखना बाकी है कि भारत के साथ इस टूर्नामेंट में कौन हिस्सा लेगा.
बताया जा रहा है कि एशिया कप 2023 को लेकर जल्द ही एक बड़ा फैसला लिया जा सकता है. पीसीबी ने हाइब्रिड मॉडल के बारे में अपने रुख पर अडिग रहने का फैसला किया है और इसका परिणाम वास्तव में इस साल एशिया कप नहीं हो सकता है. लेकिन पीसीबी इसके लिए तैयार है जो आईसीसी मेन्स क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 की उनकी तैयारी को भी नुकसान पहुंचा सकता है.