भारतीय टीम के टॉप 5 वन-डे बल्लेबाज
भारतीय क्रिकेट में कई ऐसे दिग्गज बल्लेबाज भी आए जिन्होंने अपने बल्लेबाजी के दम पर देश का नाम रौशन किया
भारत में क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं बल्कि जूनून है. यहां खिलाड़ियों को भगवान का दर्जा दिया जाता है. फैन्स अपने पसंदीदा खिलाडियों से बेहद प्यार करते हैं. भारतीय क्रिकेट में कई ऐसे दिग्गज बल्लेबाज भी आए जिन्होंने अपने बल्लेबाजी के दम पर देश का नाम रौशन किया. आइये नजर दाल लेते है ऐसे ही कुछ बल्लेबाजों पर.
रोहित शर्मा:
मौजूदा भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा को 'हिटमैन' भी कहा जाता है. रोहित शर्मा वर्तमान समय में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं. शर्मा ने अपने क्रिकेट करियर की शुरूआत मध्यक्रम बल्लेबाज के तौर पर की थी और आज वह दुनिया के सबसे सफल सलामी बल्लेबाजों में से एक हैं. 2007 में अपने करियर की शुरुआत करने वाले शर्मा वनडे क्रिकेट में 3 दोहरे शतक लगा चुके हैं. एक वनडे में सबसे अधिक रन बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड रोहित शर्मा के नाम हैं. उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 2014 में महज 173 गेंदों पर 33 चौके और 9 छक्को की मदद से 264 रनों की पारी खेली थी.
मैच- 180 औसत- 44.55 रन-6594 शतक- 17
युवराज सिंह:
भारतीय टीम के ताबड़तोड़ बल्लेबाज युवराज सिंह किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. हर भारतीय क्रिकेट फैन उन्हें जानता है और उनसे प्यार करता है. युवराज ने 2007 टी 20 वर्ल्ड कप में एक ओवर में 6 छक्के लगाये है. उन्होंने भारतीय टीम को 2011 विश्व कप जीतने में अहम भूमिका निभाई थी. उन्हें विश्व कप 2011 में अहम भूमिका निभाने के लिए मैन ऑफ़ द टूर्नामेंट के ख़िताब से नवाजा गया था.
युवी कैंसर को भी मात दे चुके हैं. कैंसर के इलाज के बाद पूरी तरह फिट होने के बाद वह फिर मैदान में उतरे और चौके-छक्को की बरसात की. वह किसी भी युवा भारतीय के लिए रोल-मॉडल है.
मैच- 304 औसत- 36.55 रन-8701 शतक- 14
राहुल द्रविड़:
'द वॉल' के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ ने भारतीय टीम को कोई बार संकट से उभरा है. उन्होंने न सिर्फ अपने खेल से फैंस का दिल जीता, बल्कि मैदान से बाहर अपने सादगी भरे मिजाज से भी फैंस को दीवाना बनाया. राहुल द्रविड़ की चर्चा हमेशा तकनीकी रूप से मजबूत बल्लेबाज के रूप में की जाती है. पहले उन्हें सिर्फ टेस्ट क्रिकेट का स्पेशलिस्ट ही कहा जाता था मगर फिर उन्होंने अपने खेल में थोड़ा बदलाव किया और वन-डे टीम का भी हिस्सा बन गए. टेस्ट में नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने वाले द्रविड़ ने वन-डे में मिडिल आर्डर में बल्लेबाजी करते हुए भारत को कई मैच जिताए हैं.
द्रविड़ ने टीम के लिए विकेट-कीपिंग भी की है. उन्होंने 344 मैच खेले, जिसमें उनके नाम 10889 रन दर्ज हैं. इसमें 12 शतक और 83 अर्धशतक शामिल हैं. महान सचिन तेंदुलकर के बाद द्रविड़ ऐसे दूसरे बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट और वनडे क्रिकेट, दोनों में 10 हजार से अधिक रन बनाए.
मैच- 344 औसत- 39.16 रन-10889 शतक- 12
विराट कोहली:
टीम इंडिया के मौजूदा कप्तान जितनी तेजी और आसानी से शतक लगते हैं वैसा किसी और बल्लेबाज के लिए शायद ही संभव हो. वह भारतीय टीम के लिए रन मशीन है. विराट कोहली का जन्म 5 नवम्बर 1988 को दिल्ली में एक पंजाबी परिवार में हुआ था.
वे उस भारतीय अंडर-19 टीम के कप्तान थे जिसने 2008 में मलेशिया के अंडर-19 विश्वकप में इतिहास रचा था. इसके कुछ दिनों बाद ही कोहली का चयन सीनियर टीम में हो गया था. शुरुआत में उन्हें आरक्षित खिलाड़ी के रूप में रखा जाता था, लेकिन जल्द ही वन-डे क्रिकेट में टीम का अहम हिस्सा बन गए. 2011 में विश्वकप जितने वाली भारतीय टीम में से एक विराट कोहली थे.
कोहली ने केवल 208 वन-डे मैच में 35 शतक जड़े हैं. वह जिस स्पीड से खेल रहे हैं उससे ऐसा लगता है कि वह बहुत जल्द सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ देंगे.
मैच- 208 औसत- 58 रन-9588 शतक- 35
सचिन तेंदुलकर:
कहा जाता है कि भारत में क्रिकेट एक धर्म है और सचिन तेंदुलकर उसके भगवान. तेंदुलकर क्रिकेट के इतिहास में विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ौं में गिने जाते हैं. भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित होने वाले वह सर्वप्रथम खिलाड़ी और सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं. सचिन ने अपनी बल्लेबाजी के दम पर पूरी दुनिया में नाम कमाया और भारत को पहचान दिलाई.
सचिन एकमात्र ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने सौ शतक को पूरा कर दुनिया के सामने नामुमकिन सा रिकॉर्ड रखकर एक नया इतिहास रच दिया. एक वक्त था जब विरोधी टीम केवल सचिन को आउट करने की रणनीति बनाया करती थी. कई सैलून तक टीम उन्ही पर निर्भर रही है.
सचिन ने 6 वर्ल्ड कप खेले और 2011 विश्व कप जीतने वाली टीम के सदस्य थे. 23 दिसम्बर 2012 को सचिन ने वन-डे क्रिकेट से संन्यास लिया. लिटिल मास्टर व मास्टर ब्लास्टर के नाम से विख्यात सचिन ने क्रिकेट जगत में काफी कीर्तिमान (रेकार्ड) स्थापित किये है. वे क्रिकेट जगत के सर्वाधिक प्रायोजित खिलाड़ी हैं और विश्वभर में उनके अनेक प्रशंसक हैं. सबसे ज्यादा वन-डे मैच खेलने (463) और सबसे ज्यादा रन बनाने (18426) का रिकॉर्ड भी उन्ही के पास है.