लाहौर: ग्यारह बरस पहले लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम के बाहर आतंकवादी हमले में घायल हुए श्रीलंका के महान बल्लेबाज कुमार संगकारा पाकिस्तान क्रिकेट को हाशिये पर धकेलने वाले उस हमले के बाद शुक्रवार को पहली बार उसी मैदान पर लौटेंगे. मार्च 2009 के उस आतंकवादी हमले में आठ लोग मारे गए थे. उसके बाद से पाकिस्तान क्रिकेट अलग थलग पड़ गया चूंकि टीमों ने सुरक्षा कारणों से यहां खेलने से इनकार कर दिया था. संगकारा इंग्लैंड की एमसीसी टीम के कप्तान हैं जो लाहौर में चार मैच खेलेगी.
संगकारा को उस हमले में कंधे में चोट लगी थी और गोली उनके सिर के पास से निकल गए थे. श्रीलंकाई क्रिकेटर टीम बस में नीचे लेट गए थे. मेरिलबोन क्रिकेट क्लब के अध्यक्ष संगकारा ने कहा कि पाकिस्तान धीरे धीरे क्रिकेट खेलने के लिये सामान्य हो रहा है. उन्होंने यहां पहुंचने के बाद कहा ,‘‘ दुनिया भर में सुरक्षा का मसला अहम हो गया है. पिछले कुछ साल में पाकिस्तान ने सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये जो कदम उठाये हैं, उससे टीमों में यहां खेलने को लेकर आत्मविश्वास पैदा हुआ है.’’
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पिछले दो दशक में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में शुमार संगकारा ने कहा कि लाहौर में खेलने से मजबूत संकेत जायेगा. उन्होंने कहा ,‘‘ संकेत देने का सबसे अच्छा तरीका मैदान पर अच्छा खेल दिखाना होगा. मुझे खुशी है कि हम अपनी ओर से कोशिश कर पा रहे हैं.’’ एमसीसी की टीम शुक्रवार को यहां पहला मैच खेलेगी जबकि बाकी चार मैच 16, 17 और 19 फरवरी को खेले जायेंगे.