अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (International Cricket Council) द्वारा हाल ही में बांग्लादेशी कप्तान शाकिब अल हसन (Shakib Al Hasan) को दो साल के लिए क्रिकेट से बैन करने के बाद एक बार फिर से क्रिकेट जगत में मैच फिक्सिंग का विवाद बढता हुआ नजर आ रहा है. इस मामले से पहले देश में हुए कर्नाटक प्रीमियर लीग (Karnataka Premier League) में भी मैच फिक्सिंग की खबर सामने आई थी.
साल 2018 में कर्नाटक प्रीमियर लीग के दौरान बेंगलुरु ब्लास्टर्स (Bengaluru Blasters) और हुबली टाइगर्स (Hubli Tigers) के बीच खेले गए मुकाबले में बेंगलुरु के 39 वर्षीय आक्रामक खिलाड़ी एम विश्वनाथम और गेंदबाजी कोच वीनू प्रसाद (Vinu Prasad) को मैच फिक्सिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. एम विश्वनाथम के उपर मैसूर में 31 अगस्त 2018 को खेले गए मुकाबले में धीमी बल्लेबाजी के लिए 5 लाख रुपये लेने का आरोप लगाया गया है.
एम विश्वनाथम की क्रिकेट जगत में एक आक्रामक बल्लेबाज के तौर पर पहचान है, लेकिन उन्होंने इस मुकाबले में 17 गेदों का सामना करते हुए मात्र नौ रन बनाए. वहीं उनके उपर आरोप लगाया गया है कि बुकी ने उन्हें 20 गेंद पर 10 रन बनाने के लिए 5 लाख रूपये की राशि दी थी. यह भी पढ़ें- बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा- क्रिकेटर शाकिब अल हसन को अपनी गलती का अहसास है
मैच के दौरान एम विश्वनाथम ने हुबली टाइगर्स के खिलाफ बुकी को संकेत देने के लिए पहले अपना बल्ला बदला उसके बाद बांह मोड़ कर एक और इशारा किया था. बता दें कि इस मुकाबले में भारतीय टीम से बाहर चल रहे रॉबिन उथप्पा (Robin Uthappa) बैंगलोर ब्लास्टर्स की अगुवाई कर रहे थे. फिलहाल गेंदबाजी कोच विनु प्रसाद और बल्लेबाज एम विश्वनाथन को मैच फिक्सिंग के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.