डबलिन: दुसरे टी-20 में टीम इंडिया ने आयरलैंड को दी पटखनी, सीरीज पर 2-0 से जमाया कब्जा
मेजबान टीम के सिर्फ चार बल्लेबाज ही दहाई के आंकड़े तक पहुंच सके जिसमें सबसे ज्यादा 15 रन गैर विल्सन ने बनाए. विलियम पोर्टरफील्ड 14 और स्टुअर्ट थॉम्पसन 13 रन ही बना सके.
भारत ने अपने हरफनमौला खेल के दम पर शुक्रवार को द विलेज मैदान पर खेले गए दूसरे एवं आखिरी मैच में मेजबान आयरलैंड को 143 रनों से करारी शिकस्त देकर दो मैचों की सीरीज पर 2-0 से अपने नाम कर ली. भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए आयरलैंड के सामने 214 रनों की विशाल चुनौती रखी। मेजबान टीम इस विशाल स्कोर के सामने लड़खड़ा गई और 12.3 ओवरों में 70 रनों पर ही पवेलियन लौट गई .यह अंतर्राष्ट्रीय टी-20 मैचों में रनों के लिहाज से भारत की अभी तक की सबसे बड़ी जीत है.इससे पहले उसने श्रीलंका को 93 रनों से मात दी थी. साथ ही खेल के सबसे छोटे प्रारुप में अतंर्राष्ट्रीय स्तर पर यह किसी भी टीम द्वारा रनों के लिहाज से हासिल की गई संयुक्त रूप से दूसरी सबसे बड़ी जीत है. भारत के अलावा पाकिस्तान ने इसी साल एक अप्रैल को वेस्टइंडीज को 143 रनों से मात दी थी
आयरलैंड इस मैच में हमेशा से ही बैकफुट पर रही। पहले भारतीय बल्लेबाजों- मैन ऑफ द मैच लोकेश राहुल (70), सुरेश रैना (69) की अर्धशतकीय पारियों के दम पर उसने निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट के नुकसान पर 213 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया. उसके बाद युजवेंद्रा चहल और कुलदीप यादव की जोड़ी ने मेजबान टीम के बल्लेबाजों को विकेट पर पैर नहीं जमाने दिए. इन दोनों ने तीन-तीन विकेट लिए. उमेश यादव को दो सफलताएं मिलीं जबकि अपना पहला मैच खेल रहे सिद्धार्थ कौल और हार्दिक पांड्या के हिस्से एक विकेट आया.
मेजबान टीम के सिर्फ चार बल्लेबाज ही दहाई के आंकड़े तक पहुंच सके जिसमें सबसे ज्यादा 15 रन गैर विल्सन ने बनाए। विलियम पोर्टरफील्ड 14 और स्टुअर्ट थॉम्पसन 13 रन ही बना सके.अंत में बोयड रैंकिन ने 10 रनों का आंकड़ा छुआ.
मेजबान टीम ने पहले ओवर की दूसरी गेंद पर अपना पहला विकेट पॉल स्टीरलिंग के रूप में खोया। उमेश ने पॉल को खाता भी नहीं खोलने दिया। उमेश ने ही पीटर को पवेलियन भेजा। जेम्स शेनन (2) कौल का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहला शिकार बने.
यहां से विकेट गिरने का सिलसिल शुरू हो गया। कुलदीप और चहल की जोड़ी ने शुरुआती झटकों से मेजबानों को बाहर नहीं आने दिया और भारत को जीत दिलाई.
इससे पहले राहुल और रैना के अलावा आयरलैंड को पांड्या के कहर का भी सामना करना पड़ा। राहुल ने महज 36 गेंदों में छह छक्के और तीन चौकों की मदद से तेज तर्रार खेली. वहीं रैना ने 45 गेंदों में पांच चौके और तीन छक्के लगाए। पांड्या ने अंत में तेजी से रन बटोरे और महज नौ गेंदों में चार शानदार छक्के और एक चौके की मदद से नाबाद 39 रनों की पारी खेल भारत को 200 के पार पहुंचाया.
चार बदलावों के साथ इस मैच में उतरी भारतीय टीम के बल्लेबाज इस मैच में भी आयरलैंड के गेंदबाजों पर हावी रहे। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने सलामी जोड़ी में बदलाव किया और शिखर धवन के स्थान पर इस मैच में शामिल किए गए राहुल को लेकर खुद पारी की शुरुआत करने आए.
दोनों ने पहले विकेट के लिए 22 रन जोड़े। कोहली नौ रन ही बना सके और पीटर चेस की गेंद पर आउट हो गए। इसके बाद रैना और राहुल ने आयरलैंड के गेंदबाजों की अच्छी खबर ली। राहुल और रैना ने दूसरे विकेट के लिए 106 रनों की शतकीय साझेदारी कर टीम के बड़े स्कोर की नीवं रख दी. राहुल को केविन ओ ब्रायन ने 128 के कुल स्कोर पर अपनी गेंद पर लपक कर पवेलियन भेजा.
पारी की शुरुआत करने के आदि हो चुके रोहित शर्मा चौथे नंबर पर आए लेकिन सिर्फ दो गेंद खेलकर बिना खाता खोले आउट हो गए.
केविन ने ही रैना की पारी का अंत किया। भारत का स्कोर 169 था और यहीं रैना केविन की गेंद पर जॉर्ज डॉकरेल के हाथों लपके गए.
अंत में पांड्या ने तेजी से रन बटोर भारत को 200 के पार पहुंचाया। मनीष पांडे 20 गेंदों में 21 रन बनाकर पांड्या के साथ नाबाद लौटे.
आयरलैंड के लिए केविन ने तीन सफलताएं अर्जित कीं, जबकि चेस को एक विकेट मिला.