नॉटिंगम टेस्ट में मेजबान टीम इंग्लैंड का शिकार करने के बाद विराट के वीर साउथहैम्पटन में 30 अगस्त से शुरू होने वाले चौथे टेस्ट में जीत के इरादे से उतरेगी. 2-0 से पीछे चल रही भारतीय टीम ने तीसरे टेस्ट मैच में इंलिश टीम को चारों खाने चित किया. टीम इंडिया ने यह मैच 203 रनों से जीत लिया. पहाड़ जैसे 521 रनों के लक्ष्य का पीछे करने उतरी इंग्लैंड की टीम ने मैच को बचाने की बहुत कोशिश की, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने नई गेंद से कमाल दिखाते हुए दूसरी पारी में उन्हें 321 रन पर ऑलआउट कर दिया.
अब विराट और उनके साथी खिलाड़ियों का पूरा ध्यान चौथे टेस्ट मैच को जीतने पर है. भारतीय टीम इस टेस्ट मैच को जीतकर पांच मैच की सीरीज में 2-2 से बराबरी करना चाहेगी. वैसे तीसरा टेस्ट हारने के बाद अंग्रेजी टीम और आक्रामक होकर मैदान में उतरेगी मगर यदि टीम इंडिया ने ये 3 काम किए तो मैच जीत सकती है.
तेज गेंदबाज नए गेंद का करें पूरा इस्तेमाल:
बताया जा रहा है कि साउथहैम्पटन की पिच को तेज गेंदबाजों के लिए मददगार बनाया गया है. ऐसे में भारतीय तेज गेंदबाजों का रोल अहम हो जाता है. शमी, बुमराह, इशांत और पांड्या को तीसरे टेस्ट की तरह ही इस मैच में भी इंग्लिश बैटिंग की कमर तोडनी होगी. नए गेंद से खासकर इन्हें इंग्लैंड के विकेट झटकने होंगे जिससे इंग्लिस बल्लेबाज ज्यादा रन नहीं बना सके.
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शुरूआती 2 घंटों में नहीं गिरे विकेट:
गेंदबाजों की तरह ही बल्लेबाजों का रोल भी बेहद अहम है, ख़ास कर शुरूआती बल्लेबाजी. 2002 के इंग्लिश दौरे के दौरान टीम इंडिया केवल इसीलिए कामयाब रही थी क्योंकि शुरुआत के कुछ घंटों में टीम इंडिया ने विकेट नहीं गवाए थे. इस बार भी टीम को कुछ वैसे ही खेलना होगा. भले ही पारी का आगाज करते हुए रन ना बने मगर विकेट नहीं गिरने चाहिए. इससे इंग्लिश गेंदबाजों का मनोबल कम होगा जिसका फायदा मिडिल आर्डर के बल्लेबाजों को मिलेगा.
कोहली के आलावा भी बल्लेबाज बनाए रन:
इस पूरी सीरीज में कोहली के बल्ले से खूब रन निकले हैं मगर दूसरे बल्लेबाज कुछ ख़ास कमाल नहीं कर पाए हैं. पिछले मैच में रहाणे ने अच्छी पारी खेली थी. ऐसे ही सभी बल्लेबाजों को कोहली का साथ देना होगा तभी टीम इंडिया सीरीज में बराबरी कर सकती है.