IND VS AUS T-20 2018: भारतीय टीम का अगला दौरा ऑस्ट्रेलिया के साथ है. सीरीज का आगाज 21 नवम्बर से तीन मैचों की T-20 श्रृंखला से शुरू हो रहा है. जिसमें भारत के कई मैच विनिंग प्लेयर को चयनकर्ताओं ने टीम से बाहर का रास्ता दिखाया है. जिसमें पूर्व कप्तान एवं दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोंनी और दिग्गज पिच हीटर बल्लेबाज युवराज सिंह का नाम सबसे महत्वपूर्ण है. भारत के विस्फोटक बल्लेबाज युवराज सिंह प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हमेशा ही उत्कृष्ट रहा है. युवराज सिंह ने टी-20 वर्ल्ड कप 2007 और वर्ल्ड कप 2011 में टीम इंडिया की खिताबी जीत में अहम भूमिक निभाई थी.
हम सभी जानते है कि युवराज सिंह टी-20 मैच के विशेषज्ञ बल्लेबाज हैं. पर वर्तमान में उनके बल्लेबाजी में निरन्तरता कि कमी आई है. जिसके वजह से वह कुछ समय से भारतीय टीम से वह बाहर चल रहे हैं. लेकिन हम युवराज सिंह के बल्लेबाजी प्रदर्शन के योगदान को भुला नहीं सकते हैं. जब इस स्टार बल्लेबाज का बल्ला चलता है तो विपक्षीय गेदबाजों कि खैर नही होती है. यह भी पढ़ें- भारत के इस महान स्विंग गेंदबाज ने क्रिकेट के हर फार्मेट से लिया सन्यास
2007 में टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में मैन ऑफ द मैच रहे युवराज सिंह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 छक्कों और 5 चौकों की मदद से 30 गेंदों पर 70 रनों की धुआंधार पारी खेली थी. जिसके मदद से भारत ने पहले खेलते हुए 188 रन बनाए थे. जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम हेडेन की 62 रनों की पारी के बावजूद 173 रन ही बना सकी और कंगारुओं ने सेमीफाइनल 15 रन से गंवा दिया था.
इसी तरह वर्ल्ड कप 2011 के क्वॉर्टर फाइनल में भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार हाफ सेंचुरी ठोकते हुए युवराज सिंह ने टीम इंडिया को सेमीफाइनल में पहुंचा दिया था. ऑस्ट्रेलिया ने पहले बैटिंग करते हुए रिकी पॉन्टिंग की सेंचुरी की बदौलत 50 ओवरों में 6 विकेट पर 260 रन का स्कोर खड़ा किया था. जवाब में भारत ने सचिन की हाफ सेंचुरी की मदद से शुरुआत तो अच्छी की लेकिन सचिन के आउट होने के बाद जल्दी-जल्दी विकेट गंवाए और 187 रन पर सचिन-धोनी सहित आधी टीम पविलियन लौट गई.
तब ऐसा लगने लगा कि भारत मैच हार जाएगा लेकिन युवराज सिंह ने एक छोर संभाले रखा और रैना के साथ छठे विकेट की अविजित साझएदारी में 74 रन जोड़ते हुए भारत को 5 विकेट से शानदार जीत दिला दी. युवराज ने 65 गेंदों पर 57 रनों की नाबाद पारी खेली. उन्होंने उससे पहले बोलिंग में भी 2 विकेट चटकाए थे और उनके इस ऑलराउंडर प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया.