Corruption Charges In Cricket: क्रिकेट में भ्रष्टाचार के खिलाफ चला आईसीसी का तलवार, खिलाड़ियों, कोचों और मालिकों समेत कई दिग्गजों पर की गई कार्रवाई, इस पर डालें एक नज़र
क्रिकेट में हालिया सप्ताह भ्रष्टाचार से भरा रहा है, जहां अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने खेल में भ्रष्टाचार से संबंधित कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं. इन निर्णयों में लगभग हर दिन किसी न किसी क्रिकेट से जुड़ें दिग्गज या खिलाड़ी पर प्रतिबंध या आरोप तय हुआ हैं.
Corruption Charges In Cricket: क्रिकेट में हालिया सप्ताह भ्रष्टाचार से भरा रहा है, जहां अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने खेल में भ्रष्टाचार से संबंधित कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं. इन निर्णयों में लगभग हर दिन किसी न किसी क्रिकेट से जुड़ें दिग्गज या खिलाड़ी पर प्रतिबंध या आरोप तय हुआ हैं. ये आरोप तीन टी20 लीगों में लगे हैं, इनमें से कुछ में अंतर्राष्ट्रीय मैच भी शामिल हैं. यह खेल की अवैध सट्टेबाजी की संस्कृति के साथ निरंतर संघर्ष को एक बार फिर उजागर करता है. आईसीसी केवल जागरूकता पैदा कर सकता है. दोषी पाए जाने पर सख्त प्रतिबंध लगा सकता है. लेकिन अंततः, इसे छोटी लीगों को नियंत्रित करने के लिए और प्रभावी तरीके खोजने होंगे, जो लगभग हर महीने नई लीग का आयोजन करती हैं. यदि यह स्थिति जारी रहती है, तो अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट और अधिक जोखिम में आ सकता है. यह भी पढ़ें: गुजरात टाइटंस से आशीष नेहरा की होगी छुट्टी, जानें आईपीएल के आगामी सीजन से पहले किसे बनाया जाएगा जीटी का हेड कोच
इहसानुल्लाह जनतः अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने 7 अगस्त को बल्लेबाज इहसानुल्लाह जनत को सभी क्रिकेट गतिविधियों से पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया था. जनत ने जून में काबुल प्रीमियर लीग (केपीएल) के दूसरे संस्करण के दौरान मैच फिक्सिंग पर एसीबी और आईसीसी भ्रष्टाचार निरोधक संहिता के उल्लंघन के आरोप स्वीकार किए हैं. एसीबी ने कहा कि जनत को आईसीसी भ्रष्टाचार निरोधक संहिता के अनुच्छेद 2.1.1 का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया, जिसमें मैच के परिणाम या किसी अन्य पहलू को ठीक करने के लिए अनुचित प्रभाव या प्रयास शामिल हैं. जनत ने 2017 में पदार्पण किया था और अब उन्हें फिर से एक्शन में देखने के लिए आधे दशक तक इंतजार करना होगा.
प्रवीण जयविक्रमाः श्रीलंकाई स्पिनर प्रवीण जयविक्रमा पर आईसीसी ने भ्रष्टाचार के तीन मामलों में आरोप लगाए हैं, जिनमें अंतरराष्ट्रीय मैचों और लंका प्रीमियर लीग (LPL) में भ्रष्ट संपर्कों का खुलासा न करने से संबंधित मामले शामिल हैं. उन्हें जांच में बाधा डालने के आरोप भी लगे हैं. जयविक्रमा को 6 अगस्त से दो हफ्ते का समय मिला है, जिसके बाद श्रीलंका क्रिकेट (SLC) और आईसीसी उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं.
अशर जैदीः पहला मामला 7 अगस्त को सामने आया, जिसमें अबू धाबी टी10 की पुणे डेविल्स के तीन सदस्य शामिल थे. इनमें से एक बैटिंग कोच अशर जैदी थे, जो पूर्व पाकिस्तानी ऑलराउंडर भी हैं. उन्होंने दो आरोपों को स्वीकार किया हैं. भ्रष्टाचार के लिए प्रोत्साहित करना और भ्रष्ट दृष्टिकोणों का विवरण प्रकट करने में विफल रहना. उन्हें सभी तरह के क्रिकेट से पांच साल का प्रतिबंध लगाया जाएगा, जो 19 सितंबर, 2023 से शुरू होगा.
पराग संघवी और कृष्ण कुमार चौधरीः जैदी के साथ प्रतिबंधित किए गए अन्य सदस्यों में डेविल्स के सह-मालिक पराग संघवी और कृष्ण कुमार चौधरी शामिल हैं. पराग संघवी एक भारतीय फिल्म निर्माता हैं, पर पहले भी 2018 आईपीएल सट्टेबाजी मामले में शामिल होने का आरोप लगाया गया था. उन्हें अब मैचों पर सट्टा लगाने और जांच में सहयोग न करने का आरोप लगाया गया है. दोनों पर 19 सितंबर, 2023 से दो साल का प्रतिबंध लगाया गया है.