मुंबई: आज से 14 साल पहले 24 सितंबर को एमएस धोनी (MS Dhoni) के नेतृत्व में युवा टीम इंडिया (Team India) ने वो कारनामा किया था जिसकी किसी ने उम्मीद भी नहीं की थी. टीम इंडिया ने आज ही के दिन दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के जोहान्सबर्ग (Johannesburg) में पहला आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2007 (ICC T20 World Cup 2007) अपने नाम किया था. इस टूर्नामेंट की खास बात यह थी कि सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar), सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) और राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) जैसे बड़े दिग्गज खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में नहीं खेले थे. 2007 में हुए 50-50 विश्वकप में मिली हार से निराश भारतीय फैन्स के दिलों में इस जीत ने नया उत्साह भर दिया. T20 World Cup 2021: बतौर कप्तान विराट कोहली का ये पहला टी20 वर्ल्ड कप, उनकी कप्तानी के आंकड़ों पर एक नजर
बता दें कि दक्षिण अफ्रीका में पहले टी-20 विश्वकप का आयोजन किया गया था. एमएस धोनी पहली बार 2007 के टी20 विश्वकप में ही कप्तान बने थे. 24 सितंबर को टीम इंडिया ने फाइनल में पाकिस्तान को 5 रन से हराकर टी20 विश्वकप की पहली ट्रॉफी उठाई थी. इरफान पठान, गौतम गंभीर, यूसुफ पठान, रॉबिन उथप्पा, रोहित शर्मा, जोगिंदर शर्मा जैसे युवाओं से सजी टीम इंडिया ने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसी दिग्गज टीमों को हराकर खिताब पर कब्जा किया था. इस टूर्नामेंट में कुल 12 टीमों ने हिस्सा लिया था. भारत-पाकिस्तान एक ही ग्रुप में थे. लीग स्टेज में भी दोनों एक बार भिड़े थे. इस मैच का निर्णय बॉलआउट से हुआ था.
India winning the 2007 #T20WorldCup Final is the winner of the @postpeapp Greatest Moments match-up 9️⃣ pic.twitter.com/pjxpzYooua
— ICC (@ICC) September 24, 2021
फाइनल में दिखी थी जबरदस्त जंग
भारत और पाकिस्तान के बीच 2007 के टी20 विश्वकप में जबरदस्त जंग देखी गई थी. पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने 20 ओवर में पांच विकेट खोकर 157 रन बनाए थे. टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने शानदार 75 रन बनाए थे. गंभीर के अलावा रोबिन उथप्पा (8), युवराज सिंह (14) और कप्तान धोनी (6) सस्ते में निपटे.
लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान के बल्लेबाज भारतीय बॉलिंग के आगे टिक नहीं पाए. पाकिस्तान को आखिरी ओवर में जीत के लिए 13 रनों की दरकार थी. क्रीज पर मिस्बाह उल हक और मोहम्मद आसिफ मौजूद थे और लेकिन टीम इंडिया के गेंदबाज जोगिंदर शर्मा ने मिस्बाह को आउट कर मैच को पाकिस्तान से छीन लिया था. इरफान पठान ने शानदार गेंदबाजी की थी और उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया था.