वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डेरेन सैमी को जब कालू शब्द का पता चला तो वे काफी गुस्सा हो गए. सैमी ने कहा है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खेलने के दौरान उन्हें और सनराइजर्स हैदराबाद के उनके साथी थिसारा परेरा को नस्लभेदी टिप्णियों का सामना करना पड़ा था. सैमी ने इंस्टाग्राम पर लिखा, " मुझे अभी पता चला कि कालू का क्या मतलब होता है. जब मैं आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलता था तो मुझे और परेरा को कालू नाम से बुलाते थे. मैंने सोचा था कि इसका मतलब मजबूत घोड़ा होता है. इसे जानकर मैं बहुत गुस्से में हूं." सैमी का यह बयान अमेरिका में पुलिस हिरासत में मारे गए अश्वेत नागरिक जार्ज फ्लॉयड की मौत के बाद आया है. सैमी ने इससे पहले क्रिकेट समुदाय से अपील की थी वह फ्लॉयड की मौत पर कुछ बोले.
फ्लॉयड की मौत के बाद पूरे अमेरिका में विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं. 46 साल के फ्लॉयड की पिछले सप्ताह पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी. डैरेक शोविन नाम के एक पुलिस अधिकारी ने उनकी गर्दन को अपने घुटने से दबा रखा था और फ्लॉयड बार-बार कह रहे थे कि वह सांस नहीं ले पा रहे हैं. सैमी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा था, " काफी लंबे समय से लोग परेशान हो रहे हैं. मैं सेंट लूसिया में हूं और निराश हूं. अगर आप मुझे टीम के साथी के तौर पर देखते हैं तो आप जॉर्ज फ्लॉयड को देखते हैं. आप अपना समर्थन दिखाकर इस बदलाव का हिस्सा बन सकते हैं. काले लोगों की जिंदगी मायने रखती है."
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उन्होंने लिखा, " आईसीसी और बाकी अन्य बोर्ड क्या आप लोग देख नहीं रहे हैं कि मेरे जैसे लोगों के साथ क्या हो रहा है? क्या आप समाज में हो रहे अन्याय के खिलाफ नहीं बोलेंगे? यह सिर्फ अमेरिका की बात नहीं है. यह हर दिन हो रहा है. काले लोगों की जिंदगी मायने रखती है, अब समय चुप रहने का नहीं है. मैं आप लोगों से सुनना चाहता हूं."
उन्होंने लिखा, " अगर क्रिकेट जगत मेरे भाई की वीडियो देखने के बाद भी रंगभेद जैसे अन्याय के खिलाफ नहीं बोलता है तो आप भी इस समस्या का हिस्सा हैं."