BCCI Central Contracts: टीम इंडिया के दिग्गज बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे-चेतेश्वर पुजारा ग्रेड ए से हो सकते हैं बाहर
चेतेश्वर पुजारा-अजिंक्य रहाणे (Photo Credits: Twitter/BCCI)

नई दिल्ली: खराब फॉर्म से गुजर रहे भारत (India) के सीनियर खिलाड़ी अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) और चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) को वर्ष 2022 के लिए बीसीसीआई (BCCI) के केंद्रीय अनुबंधों (Central Contracts) के ग्रुप बी में डिमोट किया जा सकता है, जबकि ऋषभ पंत (Rishabh Pant) और केएल राहुल (KL Rahul) के अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए ग्रुप ए में पदोन्नत किए जाने की संभावना है. केंद्रीय अनुबंध पिछले सीजन के दौरान खिलाड़ी के प्रदर्शन के आधार पर बनाई गई एक लिस्ट है और जब बीसीसीआई अगले कुछ दिनों में 2022 के लिए नई अनुबंध सूची को अंतिम रूप देगा, तो रहाणे और पुजारा को उनके खराब प्रदर्शन के लिए डिमोट किया जा सकता है. IND vs SA 2nd ODI: क्विंटन डिकॉक के बाद जानेमन मलान ने भी जड़ा अर्धशतक, दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 143/1

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुई तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला में रहाणे और पुजारा बेहतर करने में असफल रहे थे और क्रमश: 136 और 124 रन ही बना पाए. लेकिन, यह इस सीरीज की बात नहीं है, क्योंकि दोनों अनुभवी बल्लेबाज पिछले कुछ समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं और उनका खराब फॉर्म भारतीय टीम प्रबंधन के लिए चिंता का विषय रहा है.

2020 में एमसीजी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने मैच जीतने वाले शतक को छोड़कर मुंबई में जन्मे रहाणे ने एक भी बड़ी पारी नहीं खेली हैं, जिसके कारण उन्हें टेस्ट टीम से बाहर करने को लेकर भी आवाजें उठने लगी थी.

रहाणे की तुलना में पुजारा ने विदेशी दौरों पर अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन उनका प्रदर्शन भी खराब रहा है. पिछले दो सालों में भारतीय टेस्ट टीम को कई बार बल्लेबाजी का नुकसान उठाना पड़ा है और नंबर 3 पर खेलने वाले पुजारा की विफलता भी इसका एक प्रमुख कारण है.

इसलिए, इन सभी कारणों को ध्यान में रखते हुए टेस्ट विशेषज्ञ पुजारा और रहाणे को ग्रुप बी में डिमोट करने की बात कह रहे हैं. हालांकि, यह सब मुख्य कोच राहुल द्रविड़, चयनकर्ताओं और बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों की सोच पर निर्भर करता है.

विशेष रूप से, बीसीसीआई की चार श्रेणियां हैं - ए प्लस, ए, बी और सी, जिनकी वार्षिक रिटेनरशिप क्रमश: 7 करोड़ रुपये, 5 करोड़ रुपये, 3 करोड़ रुपये और 1 करोड़ रुपये है.

रोहित शर्मा, विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह ए-प्लस श्रेणी में आते हैं और उनके अपने स्थान पर बने रहने की संभावना है. कोहली, जिन्होंने हाल ही में अपनी टेस्ट कप्तानी छोड़ कर सभी को चौंका दिया था, उनको पिछले कुछ महीनों में बीसीसीआई के साथ अच्छे संबंध नहीं रहे हैं और अपने मानकों के अनुरूप प्रदर्शन भी नहीं किया है. इसलिए यह देखना दिलचस्प होगा कि बीसीसीआई स्टार खिलाड़ी को लेकर क्या फैसला करता है.

कप्तानी छोड़ने के बावजूद, विराट अभी भी तीन प्रारूपों में भारत के लिए शीर्ष बल्लेबाजों में से एक है और बीसीसीआई उनका भविष्य तय करते समय इस कारक पर भी विचार कर सकता है. बोर्ड के लिए एक और बड़ी बात यह होगी कि भविष्य में कप्तानी के दो दावेदारों केएल राहुल और ऋषभ पंत को ग्रेड ए प्लस श्रेणी में प्रमोट किया जाए.

इस बीच, ईशांत शर्मा और हार्दिक पांड्या (जो वर्तमान में ग्रुप ए का हिस्सा हैं) को बी श्रेणी में डिमोट किया जा सकता है, क्योंकि दोनों ने पूरे सीजन में अपनी फॉर्म और फिटनेस के साथ संघर्ष किया है. दूसरी ओर, ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर एकमात्र ग्रुप बी में रहने वाले खिलाड़ी हैं, जिन्होंने पिछले सीजन में सभी प्रारूपों में अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया. उनको ग्रेड ए में पदोन्नत किया जा सकता है.

मौजूदा ग्रुप सी में मोहम्मद सिराज, शुभमन गिल और हनुमा विहारी को प्रमोट किया जा सकता है, जबकि वेंकटेश अय्यर, हर्षल पटेल, प्रसिद्ध कृष्णा जैसे खिलाड़ी अनुबंध सूची में पहली बार प्रवेश कर सकते हैं.

कुल मिलाकर, 2022 के लिए अंतिम अनुबंध सूची को अंतिम रूप देने से पहले, विभिन्न समूहों की संरचना के बारे में प्रशासकों के बीच काफी बातचीत हो सकती है.

पिछले सीजन (2021) अनुबंध सूची

ग्रेड ए प्लस : विराट कोहली, रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह.

ग्रेड ए : रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, शिखर धवन, केएल राहुल, मोहम्मद शमी, इशांत शर्मा, ऋषभ पंत और हार्दिक पांड्या.

ग्रेड बी : रिद्धिमान साहा, उमेश यादव, भुवनेश्वर कुमार, शार्दुल ठाकुर और मयंक ग्रवाल.

ग्रेड सी : कुलदीप यादव, नवदीप सैनी, दीपक चाहर, शुभमन गिल, हनुमा विहारी, अक्षर पटेल, श्रेयस अय्यर, वाशिंगटन सुंदर, युजवेंद्र चहल और मोहम्मद सिराज.