कराची, 7 जनवरी : ढलते दिन में टेस्ट को ड्रॉ करवाने का मजा भले ही कुछ और हो, पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम ने घरेलू टेस्ट सीजन के प्रदर्शन पर निराशा जताते हुए परिणामों को उम्मीद से अलग बताया. पाकिस्तान ने 2022-23 सीजन में आठ टेस्ट घर पर खेले और एक में भी उन्हें विजय हाथ नहीं लगी. हालांकि न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट की सीरीज शुक्रवार को 0-0 की बराबरी पर खत्म हुई.
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्ऱेंस में बाबर ने कहा, "टेस्ट सीजन अपेक्षाकृत नहीं रहा. यह कोई बहाना नहीं है लेकिन चोटिल खिलाड़ियों के चलते हमें टीम संयोजन में दि़क्कत आई. पिचों पर बात हो रही है लेकिन परिस्थितियां हर शहर में अलग होती हैं. आप पिच बनवाने में सुझाव दे सकते हैं लेकिन आपको वहीं खेलना पड़ता है, जो आपको मिले. आप पिचों का बहाना नहीं दे सकते. हमें वैसी पिचें मिली हैं जैसी हम चाहते थे, लेकिन फिर भी हम मैचों को अपने पक्ष में नहीं ले जा सके." यह भी पढ़ें: MCA Annual Awards: मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के अवार्ड शो में इन खिलाड़ियों का रहा बर्चस्व, अवार्डो की लगाई झड़ी
पिछले महीने इंग्लैंड से टेस्ट सीरीज 3-0 के क्लीन स्वीप से हारने के बाद पाकिस्तान ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दोनों टेस्ट मैचों में खुद को बैकफुट पर पाया. अंतत: टेस्ट के ड्रॉ होने पर दोनों ही बार मेजबान टीम ज्यादा उत्साहित नजर आई. पहले टेस्ट में खराब रौशनी की वजह से मैच खत्म होने के समय न्यूजीलैंड के पास नौ विकेट हाथ में थे और उन्हें केवल 77 रन चाहिए थे. शुक्रवार को मेहमान को एक ही विकेट की जरूरत थी. इससे पहले ऑस्ट्रेलिया सीरीज को जोड़ दें तो पाकिस्तान ने दो साल से घर पर कोई टेस्ट नहीं जीता.
पाकिस्तान के लिए यह आसानी से तीसरा लगातार हारी सीरीज बन सकती थी, खासकर तब जब 87वें ओवर में सरफराज अहमद लेग साइड में कैच थमा बैठे थे. इसके बाद नंबर 11 अबरार अहमद और नसीम शाह ने 21 गेंदों का सामना करके ड्रॉ सुनिश्चित कराया.
बाबर ने उनकी प्रशंसा करते हुए कहा, "जब आप चारों तरफ फील्डर से घिरे हों, तब नई गेंद का सामना करना बहुत कठिन है. जिस तरह सैफी (सरफराज) ने हमें विपरीत परिस्थिति से बचाया वह सराहनीय था. उनके और सउद (शकील) के बीच की साझेदारी ने हमें मैच में वापस लौटाया था. वह टेस्ट क्रिकेट में चार साल बाद लौट रहे थे और यह एक शानदार वापसी रही."
आखिरी सत्र की शुरूआत में मैच पूरी तरह संतुलित लग रहा था. सरफराज और शकील की बीच छठे विकेट की साझेदारी 99 रनों की बन चुकी थी. न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज केवल अनुशासन का सहारा लेते दिख रहे थे लेकिन पाकिस्तान के लिए इस साझेदारी का रन रेट सिर्फ़ 2.25 का था. लगभग दो घंटे के खेल में 140 रन चाहिए थे और चारों परिणाम संभव थे.
बाबर ने कहा, "हम टी के बाद जीत के लिए जाना चाहते थे. आवश्यक रन रेट लगभग 4.5 का था और हमें कुछ जोखिम उठाने पड़ते. अगर ऐसे में हम आउट हो जाते तो आप कुछ अलग सवाल ही पूछ रहे होते. जब न्यूजीलैंड ने देखा कि हम जीत के लिए जा रहे हैं तो उन्होंने फील्ड को और खोल दिया. इससे मैच फिर से बदल गया."
जब सरफराज शतक पार कर चुके थे तो उनके साथ आगा सलमान किसी भी पाकिस्तानी खिलाड़ी से बेहतर स्ट्राइक रेट के साथ बल्लेबाजी कर रहे थे. सलमान के बल्ले से चार चौके आए थे और न्यूजीलैंड की फील्डिंग भी थोड़ी लचर लग रही थी. ऐसे में मैट हेनरी ने रिवर्स स्विंग के साथ सलमान को परास्त किया और मैच का रुख एक बार फिर पलट दिया.
बाबर ने कहा, "आगा आउट हो गए और इससे हमारे पुछल्ले बल्लेबाजों को उतरना पड़ा. तब हमारा लक्ष्य था केवल गेम को डीप ले जाना. जब तक सैफी अंदर थे, हमें भरोसा था कि वह मैच की दिशा भांप लेंगे. जब सेट बल्लेबाज आउट हुए तब हमें पता था कि आखिर के विकेट हम हालिया मैचों में जल्दी में गंवाते आ रहे हैं."
आखिर में घरेलू सीजन जीत के बिना खत्म ना करने की चाह के बावजूद पाकिस्तान को वास्तविक विकल्प को चुनकर आखिरी विकेट को बचाने के लिए परिश्रम करना पड़ा. बाबर ने इस सीजन उनकी टीम पर फिटनेस के बुरे असर पर निराशा जताते हुए कहा, "हम अपनी गलतियों से सीख रहे हैं. सब अपने विचार रख सकते हैं लेकिन हमें खुद पर ध्यान केंद्रित रखना है. एक टीम को रचने में समय लगता है. हमारी टेस्ट टीम बहुत अच्छी रही है लेकिन कुछ खिलाड़ियों के इंजरी से संतुलन और फॉर्म पर असर पड़ा. हमने भरसक कोशिश की लेकिन यह पर्याप्त नहीं था. हमें आगे चलते हुए टेस्ट विशेषज्ञ खिलाड़ियों को पहचानना पड़ सकता है. एक बात तो तय है, कि अगर आपको आधुनिक क्रिकेट में तीनों प्रारूप खेलना है तो आपको जबरदस्त फिट होना पड़ेगा."