उत्तर प्रदेश: वाराणसी में मणिकर्णिका घाट पर लोगों ने 'चिता भस्म' के साथ होली का त्योहार मनाया. रंगभरी एकादशी पर माता गौरा का गौना कराने के दूसरे दिन शनिवार को मणिकर्णिका श्मशान पर होली देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी. दोपहर 12 बजे मशानेश्वर महादेव की भोग आरती हुई. इसके बाद सैकड़ों भक्त डमरू, त्रिशूल के साथ चिताओं की भस्म उड़ाकर होली खेलने लगे.

पूरी दुनिया में काशी ही एक ऐसा शहर है जहां महाश्मशान में भी फागुन मनाया जाता है. राग और विराग की नगरी काशी में मणिकर्णिका घाट पर महाश्मशान पर बाबा भोले के भक्तों ने चिता भस्म की होली खेली. काशी की यह रंगभरी एकादशी के बाद विधान युगों पुरानी मानी जाती है.

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