उत्तर प्रदेश: शख्स ने अपनी नई बुलेट के नंबर प्लेट पर लिखवाया, 'आई त लिखाई' पुलिस ने की बाइक जब्त, कहा-नंबर आई त थाने से ले जाई
दुनिया में अजब-गजब लोग हैं, कड़े ट्रैफिक रूल के बाद भी धड़ल्ले से बिना नंबर प्लेट और कागजात के बिना चलते हैं. उत्तर प्रदेश में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनने के बाद आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे. जी हां एक शख्स ने अपनी नई नवेली बुलेट के नंबर प्लेट पर नंबर प्लेट पर नंबर की जगह कुछ ऐसा लिखवाया जिसे देखकर सबकी हंसी निकल गई.
उत्तर प्रदेश: दुनिया में अजब-गजब लोग हैं, कड़े ट्रैफिक रुल के बाद भी धड़ल्ले से बिना नंबर प्लेट और कागजात के बिना चलते हैं. उत्तर प्रदेश में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनने के बाद आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे. जी हां एक शख्स ने अपनी नई नवेली बुलेट के नंबर प्लेट पर नंबर की जगह कुछ ऐसा लिखवाया जिसे देखकर सबकी हंसी निकल गई. दरसल शख्स अपनी बुलेट के नंबर प्लेट पर 'आई त लिखाई' लिखवाकर घूमने निकल गया. जब पुलिस ने भाई साहब को पकड़ा तो उनके पास गाड़ी के पेपर्स भी नहीं थे, ऊपर से वो पुलिस से तनकर बात कर रहे थे. तब क्या ट्रैफिक पुलिस ने भी उनके अंदाज में ही भाई साहब को जवाब दिया. उन्होंने नई नवेली बुलेट थाने में जमा करवा दी और उन्ही की भाषा में जवाब दिया, जब नंबर आई त थाने से ले जाई'
बुलेट वाले ने पुलिस को बहुत मनाने की कोशिश की और कहा कि नंबर अभी मिला नहीं है, इसलिए ये लिखवाया. बताया जाता है कि बुलेट सवार ने वाहन छोड़ने को लेकर पुलिस से खूब गुजारिश की. कई लोगों से पैरवी भी करवाई. लेकिन पुलिस ने साफ शब्दों में कहा कि नियमों के मुताबिक ही कार्रवाई की जाएगी.
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बता दें कि उत्तर प्रदेश में 'आई त लिखाई' का मतलब है, जब आएगा तब लिखाएंगे. यह वाकया वाराणसी शहर के भेलूपुर थाना क्षेत्र के अस्सी इलाके का है. इस मामले के तूल पकड़ने पर भेलूपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक राजीव रंजन ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि अक्सर देखा जाता है कि बगैर नंबर की गाड़ियों से अपराध होते रहते हैं. ऐसे में अपराधी की पहचान मुश्किल हो जाती है.