मुस्लिम महिला ने अपने कप पर ISIS लिखे जाने पर Starbucks के खिलाफ किया केस, लगाया भेदभाव का आरोप

अमेरिका के मिनेसोटा के सेंट पॉल में एक मुस्लिम महिला ने स्टारबक्स बरिस्ता में खुद के लिए कॉफी का ऑर्डर दिया था, लेकिन कॉफी के कप को देखने के बाद मानो जैसे उसे जोर का सदमा लग गया. दरअसल, कॉफी के कप पर उसके नाम के बजाय आईएसआई लिखा हुआ था.आयशा नाम की मुस्लिम महिला ने स्टारबक्स के खिलाफ भेदभाव का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है.

मुस्लिम महिला (Photo Credits: YouTube, Twitter)

1 जुलाई को अमेरिका (America) के मिनेसोटा (Minnesota) के सेंट पॉल (St. Paul) में एक मुस्लिम महिला ने स्टारबक्स (Starbucks) बरिस्ता (Barista) में खुद के लिए कॉफी (Coffee) का ऑर्डर दिया था, लेकिन कॉफी के कप को देखने के बाद जैसे उसे जोर का सदमा लग गया. दरअसल, कॉफी के कप पर उसके नाम के बजाय आईएसआई (ISIS) लिखा हुआ था. अपने नाम की जगह आईएसआई लिखा देख महिला दंग रह गई और इस घटना के बाद आयशा (Aishah) नाम की मुस्लिम महिला ने स्टारबक्स के खिलाफ भेदभाव का आरोप (Discrimination Charges) लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है.

आईएसआईएस, इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (Islamic State of Iraq and Syria) का संक्षिप्त नाम है जो कि एक आंतकवादी संगठन हैं. इस संगठन ने अब तक कई आंतकवादी हमलों को अंजाम दिया है. बताया जा रहा है कि नोवेल कोरोना वायरस प्रकोप के चलते आयशा ने अपने चेहरे पर मास्क लगा रखा था और कॉफी ऑर्डर करते समय उसने अपना नाम बताया था.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऑर्डर देते समय जब इस मुस्लिम महिला से नाम पूछा गया तो उसने अपना नाम बताया और कई बार इसे दोहराया भी. ऐसे में गलती की कोई गुंजाइश नहीं थी कि आयशा (Aishah) नाम को सामने वाला आईएसआईएस समझ ले. पीड़ित महिला ने सीएनएन को बताया कि आयशा एक अज्ञात नाम नहीं है और मैंने इसे कई बार दोहराया, बावजूद इसके कप पर आईएसआईएस लिखकर उसे दिया गया. यह भी पढ़ें: Shocking! नदी में मगरमच्छ के साथ खेलते बच्चों का वीडियो हुआ वायरल, देखकर आप भी हो जाएंगे हैरान (Watch Video)

जब महिला को कप मिला तो उस पर आईएसआईएस देखकर वह आहत हो गई और खुद को अपमानित महसूस किया. उसने कहा कि जब मैंने कप पर आईएसआईएस लिखा हुआ देखा तो बहुत सारी भावनाएं मन में उठने लगी और खुद को बहुत अपमानित महसूस करने लगी. आईएसआईएस एक ऐसा शब्द है जो पूरी दुनिया में मुस्लिम प्रतिष्ठा को प्रभावित करता है.

इस घटना के बाद 19 वर्षीय आयशा ने मिनेसोटा डिपार्टमेंट ऑफ ह्यूमन राइट्स से शिकायत की. कथित तौर पर जब आयशा ने इस पर सवाल किया, तो एक प्रबंधक ने स्टाफ के सदस्य का बचाव करते हुए पूछा, "क्या समस्या है? ऐसा कई बार गलती से हो जाता है. प्रबंधक ने इस घटना को एक गलती के रूप में खारिज कर दिया और मुस्लिम महिला को एक नया पेय और एक यूएसडी 25 गिफ्ट कार्ड दे दिया.

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