सिंगापुर: एक लड़की जिसका पहले परिवार के किसी सदस्य ने यौन शोषण किया था, लेकिन वो अपनी मां के नए प्रेमी से सावधान थी, जब वह पहली बार 29 वर्षीय व्यक्ति से मिली. हालांकि समय के साथ वह व्यक्ति उस लड़की के लिए पिता की तरह बन गया, बच्ची का जैविक पिता जेल में था. उस व्यक्ति ने लड़की पर स्नेह और गिफ्ट की बरसात की, जिसमें उसके बीमार पड़ने पर उसकी देखभाल करना और उसके होमवर्क में उसका मार्गदर्शन करना शामिल था. तीन साल बाप-बेटी का रिश्ता सेक्सुअल हो गया. बेरोजगार व्यक्ति ने उस समय की 14 वर्षीय लड़की के साथ तब यौन संबंध बनाना शुरू कर दिया जब उसकी मां जॉब पर जाती थी और उसे गर्भवती कर दिया. यह भी पढ़ें: Karnataka: कांस्टेबल ने दुष्कर्म पीड़िता किशोरी का किया यौन शोषण, गर्भपात के लिए पैसे दिए
यह मामला तब सामने आया जब लड़की को गंभीर पेट दर्द के लिए अस्पताल भेजा गया, जो प्रसव पीड़ा निकला. उस व्यक्ति को मंगलवार (5 अक्टूबर) को 16 साल से कम उम्र की नाबालिग के यौन शोषण के 19 आरोपों में से तीन के लिए दोषी ठहराया, जबकि इससे पहले भी एक रिश्तेदार ने लड़की का शोषण किया गया था. वह व्यक्ति तब 26 वर्ष का था जब पहली बार पीड़िता की मां से मिला था, जो 2015 में 30 वर्ष की थी. उन्होंने एक महीने बाद डेटिंग शुरू की और महिला ने अपने नए प्रेमी को पीड़िता से मिलवाया तब उसकी उम्र लगभग 11 वर्ष थी.
साल 2016 में शख्स माँ और बेटी के साथ रहने लगा. पहली बार मिलने के बाद लगभग डेढ़ साल तक, वह व्यक्ति और पीड़िता करीब नहीं थे. चूंकि लड़की का पहले परिवार के एक सदस्य द्वारा यौन शोषण किया गया था, इसलिए उसने उस व्यक्ति से परहेज किया क्योंकि वह पहले से सदमें में थी.
आखिरकार, आरोपी ने एक पिता की भूमिका निभाकर पीड़िता का विश्वास अर्जित किया. आरोपी अपना जन्मदिन मनाने के लिए बड़ी रकम खर्च करने और आइस स्केटिंग जैसी अपनी पसंदीदा गतिविधियों का आनंद लेने के लिए उसे बाहर ले जाने लगा और उसे महंगे गिफ्ट्स देने लगा. यह भी पढ़ें: Jodhpur: नाबालिक छात्रा से रेप के आरोप में शिक्षक गिरफ्तार, पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी
जब वे एक घर में रहते थे, तो वह शख्स घर के रख-रखाव का काम भी संभालता था, खाना पकाने और सफाई का अधिकांश काम करता था. वह लड़की के बीमार होने पर उसकी देखभाल भी करता था और उसके होमवर्क में भी मदद करता था. दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और लड़की ने उस व्यक्ति को "डैडी" कहा. डीपीपी पैंग ने कहा, "जिस तरह से आरोपी ने लड़की के साथ व्यवहार किया, उससे वह सुरक्षित महसूस कर रही थी, और उसने उसे वह प्यार और स्नेह प्रदान किया, जिसकी उसे चाहत थी और जो वो अपने जैविक पिता से प्राप्त करने में असमर्थ थी, जो उस समय जेल में बंद था.