Mahakumbh 2025: ब्रिटिश इतिहासकार Nick Booker ने गोवा बीच पर रेत के मॉडल के जरिए महाकुंभ मेले की व्याख्या की, देखें वायरल वीडियो
प्रयागराज में महाकुंभ मेले की तैयारी चल रही है, जो हर 12 साल में एक बार आयोजित होता है, जिसमें 45 करोड़ श्रद्धालु संगम में पवित्र डुबकी लगाने के लिए आते हैं. चर्चा के बीच, ब्रिटिश इतिहासकार निक बुकर (Nick Booker) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है. वीडियो में निक को प्रयागराज में होने वाले इस आयोजन के महत्व के बारे में बताते हुए देखा जा सकता है...
प्रयागराज में महाकुंभ मेले की तैयारी चल रही है, जो हर 12 साल में एक बार आयोजित होता है, जिसमें 45 करोड़ श्रद्धालु संगम में पवित्र डुबकी लगाने के लिए आते हैं. चर्चा के बीच, ब्रिटिश इतिहासकार निक बुकर (Nick Booker) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है. वीडियो में निक को प्रयागराज में होने वाले इस आयोजन के महत्व के बारे में बताते हुए देखा जा सकता है. वह गंगा, यमुना और संगम का एक आभासी चित्रण दिखाते हैं, जिसमें गंगोत्री से प्रयागराज तक पानी का प्रवाह दिखाया गया है, जिसमें गंगा का पानी दूधिया सफेद और यमुना का पानी डार्क दिखाई देता है. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि वह मकर संक्रांति के दौरान प्रयागराज का दौरा करेंगे. यह भी पढ़ें: Free Food in Maha Kumbh: अदाणी ग्रुप इस्कॉन के साथ मिलकर महाकुंभ में शुरू करेगा ‘महाप्रसाद सेवा’, लाखों लोगों को मिलेगा नि:शुल्क भोजन
वीडियो में निक बुकर प्रयागराज के प्रमुख पहलुओं पर प्रकाश डालते हैं. वह एक छोटे पौधे को दिखाते हैं, जिसे 'अक्षयवट वृक्ष' कहते हैं, जो एक शाश्वत बरगद का पेड़ है जो कभी नहीं मरता. वह अशोक स्तंभ की ओर भी इशारा करते हैं और समुद्र मंथन के बारे में बताते हैं, नाग वासुकी मंदिर के बारे में विवरण के साथ समापन करते हैं, जहां माना जाता है कि यह हुआ था.
ब्रिटिश इतिहासकार Nick Booker ने गोवा बीच पर रेत के मॉडल के जरिए महाकुंभ मेले की व्याख्या की:
इंस्टाग्राम पर 'brain._.buzz' हैंडल द्वारा शेयर किए गए इस वीडियो को अब तक 906k से ज़्यादा बार देखा जा चुका है. पोस्ट का कैप्शन था, "एक वीडियो सामने आया है, जिसमें ब्रिटिश इतिहासकार निक बुकर को गोवा के एक बीच पर बनाए गए रेत के मॉडल का इस्तेमाल करके महाकुंभ मेले के बारे में समझाते हुए देखा जा सकता है. वीडियो में निक ने महाकुंभ के महत्व को समझाया और 'समुद्र मंथन' का चित्रण किया. इसके बाद उन्होंने गंगा और यमुना नदियों के मिलन को दर्शाया, जिससे पवित्र 'संगम' बना."
नेटिज़न्स वीडियो देखकर हैरान रह गए, क्योंकि निक बुकर को महाकुंभ मेले के बारे में कई भारतीयों से ज़्यादा जानकारी थी. कमेंट सेक्शन में लोगों ने वीडियो पर अपने विचार और प्रतिक्रियाएं शेयर कीं. एक यूजर ने लिखा, "वह भारतीय से ज़्यादा महाकुंभ के बारे में जानकारी रखता है." दूसरे यूजर ने कहा, "आपने इसे स्पष्ट रूप से समझाया." तीसरे यूजर ने टिप्पणी की, "उसकी आंखखों में उत्साह."
चौथे यूजर ने लिखा, "अगर यही काम कोई भारतीय करता है तो हर कोई उसे बीजेपी भक्त कहकर ट्रोल करता है, अगर कोई विदेशी उसकी तारीफ करता है तो भी मुझे नहीं पता कि लोग इस तरह का व्यवहार क्यों करते हैं." पांचवें यूजर ने लिखा, "यहां तक कि कई लोग महाकुंभ मेले के महत्व को भी नहीं जानते होंगे."