जाने क्यों दो खरबूजे बिके 19 लाख रुपए में...
शनिवार के दिन जापान में एक अनोखी नीलामी हुई थी. जहां पर प्रीमियम खरबूजों की एक जोड़ी को नीलामी के लिए रखा गया था. इस खरबूजे की बिक्री 29,300 अमेरिकी डॉलर ( यानी 19.84 लाख रुपए) में हुई
टोक्यो. फल खाना सेहत के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है. यही कारण है कि डॉक्टर भी बीमार मरीज को फल खाने का सलाह देते हैं. लेकिन महंगाई की मार के कारण कुछ फलों की कीमत महंगी हो गई हैं. जैसे सेब लगभग 200 रूपये किलो के करीब बाजार में बिक रहा है. वैसे फलों कि कीमत लगभग हजार रूपये के अंदर तक होते हैं. लेकिन अगर आपको कोई खरबूजा 19 लाख रूपये में बेंचे तो क्या आप खरीदेंगे. अब आप यह भी सोच रहे हैं कि खरबूजा इतना महंगा कैसे हो सकता है. जरा आप भी जाने क्यों इतना महंगा है यह खरबूजा?
बता दें कि शनिवार के दिन जापान में एक अनोखी नीलामी हुई थी. जहां पर प्रीमियम खरबूजों की एक जोड़ी को नीलामी के लिए रखा गया था. इस खरबूजे की बिक्री 29,300 अमेरिकी डॉलर ( यानी 19.84 लाख रुपए) में हुई. वैसे तो जापान में प्रीमियम खरबूजों की कीमत आमतौर पर 6 से 10 हजार रुपए के बीच होती है. दरअसल जापान में युबरी खरबूजों को प्रतिष्ठा बढ़ाने वाला फल माना जाता है. इस फल को लोग एक दूसरे को उपाहर के स्वरूप में भी देना पसंद करते हैं.
इतने महंगे होने की यह है वजह.
जापान में किसान फल के आकार पर विशेष ध्यान देते हैं. माना जाता है कि अगर फल के आकर में ठीक नहीं तो वहां के लोग उसे इस्तेमाल में नहीं लाते हैं. जापानी होक्काइडो खरबूजे बहुत अच्छा मानते हैं. लेकिन उसके लिए होक्काइडो खरबूजे का वजन और आकार तय होना चाहिए. लेकिन कई खरबूज इस तरह के नहीं होते हैं जैसे उनका आकर बड़ा या वजन ज्यादा हो जाता है तो उन्हें खराब मानते हैं. जिसका परिणाम बाजार पर पड़ता है. क्योंकि ऐसे में बाजार में कम खरबूजे ही पहुंचते हैं और नीलामी के वक्त उनका दाम आसमान तक पहुंच जाता है.