Fact Check: टाटा हेल्थ के नाम पर 'COVID-19 Three Stages' इलाज का व्हाट्सएप मैसेज इस साल फिर आया सामने, जानें इस वायरल मैसेज की सच्चाई
कोरोना महामारी के दुनियाभर में फैलने के बाद सोशल मीडिया पर फेक खबरों की बाढ़ आ गई. इस तरह के फेक मैसेज न केवल गलत जानकारियां फैलाते हैं बल्कि लोगों के बीच पैनिक माहौल पैदा करते हैं. एक ऐसा ही फेक व्हाट्सएप मैसेज वायरल हो रहा है जिसमें गलत तरीके से टाटा हेल्थ के नाम पर कोविड-19 के तीन चरण में इलाज की बात की जा रही है और यह मैसेज इस साल फिर से वायरल हो रहा है जब पूरा देश कोरोना की दूसरी लहर की भीषण मार झेल रहा है.
कोरोना महामारी (COVID-19 Pandemic) के दुनियाभर में फैलने के बाद सोशल मीडिया (Social Media) पर फेक खबरों (Fake News) की बाढ़ आ गई. इस तरह के फेक मैसेज न केवल गलत जानकारियां फैलाते हैं बल्कि लोगों के बीच पैनिक (Panic) माहौल पैदा करते हैं. एक ऐसा ही फेक व्हाट्सएप मैसेज (Fake WhatsApp Message) वायरल हो रहा है जिसमें गलत तरीके से टाटा हेल्थ (Tata Health) के नाम पर 'कोविड-19 के तीन चरण' (COVID-19 three stages) में इलाज की बात की जा रही है और यह मैसेज इस साल फिर से वायरल हो रहा है जब पूरा देश कोरोना की दूसरी लहर (Second Wave) की भीषण मार झेल रहा है. यह भी पढ़ें- Fact Check: Coronavirus- क्या pH 5.5- 8.5 वाले कोरोना वायरस को आम, नींबू और संतरे जैसे 'Alkaline' फलों को खाकर हराया जा सकता है? जानिए वायरल फेसबुक पोस्ट की हकीकत और फलों की सही pH वैल्यू.
इस फेक मैसेज को टाटा ग्रुप की ओर से जारी की गई एडवाइजरी के तौर पर वायरल किया जा रहा है. यह वायरल मैसेज वायरस के इलाज को लेकर गलत जानकारी फैला रहा है. फेक वायरल मैसेज के अनुसार, अगर किसी को नाक के जरिए कोरोना होता है तो वह भांप लेकर और विटामिन सी खाकर इसे आधे दिन में ठीक कर सकता है.
वायरल व्हाट्सएप मैसेज में यह भी कहा जा रहा है कि अगर किसी को गले में कोरोना होता है तो वह उसे गर्म पानी पीकर ठीक कर सकता है. मैसेज के अनुसार, अगर फेफड़ों में कोरोना संक्रमण होता है और मरीज को सांस लेने में तकलीफ हो रही है तो उसे पैरासिटामोल लेना चाहिए और सांस लेने का अभ्यास करना चाहिए. इसके अलावा खूब पानी पीना चाहिए और पानी लेकर गरारे भी करना चाहिए.
वायरल व्हाट्सएप मैसेज में यह भी कहा जा रहा है कि लोग कोविड-19 मेडिकल किट तैयार रखें जिसमें पैरासिटामोल, विटामिन सी और डी3, बी कॉम्प्लेक्स, माउथ वास के लिए बेटाडिन, ऑक्सीमीटर, वेपर प्लस कैप्सूल, आरोग्य सेतू ऐप रखें ताकि कोरोना वायरस से जंग लड़ सकें. वायरल मैसेज में कहा जा रहा है कि लोग सांस लेने का अभ्यास भी करें.
फेक मैसेज जो पिछले साल भी वायरल हुआ था-
पिछले साल जून महीने में भी बिल्कुल ऐसा ही एक मैसेज वायरल हुआ था. टाटा हेल्थ ने इस मैसेज को फेक बताया है. एक ट्विटर यूजर को जवाब देते हुए टाटा हेल्थ ने कहा, 'हमें माफ करें लेकिन आपको ये जो मैसेज प्राप्त हुआ है वह टाटा हेल्थ की तरफ से जारी नहीं किया गया है. कृपया उस ग्रुप में भी यह जानकारी शेयर करें जहां से आपको यह मैसेज प्राप्त हुआ है.'
टाटा हेल्थ का बयान-
ऐसे में लेटेस्टली मीडिया आपसे अनुरोध करता है कि ऐसे मैसेज पर भरोसा न करें. इसके साथ ही जब तक इस तरह की खबरों पर की सत्यता जान न लें तब तक किसी को ऐसे मैसेस न भेजें. लोगों को चाहिए कि ऐसे मैसेज के लिए आधिकारिक वेबसाट पर इसकी सत्यता जांच लें और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और डब्ल्यूएचओ द्वारा जारी आधिकारिक बयानों पर विश्वास करना चाहिए.
Fact check
कोविड-19 के इलाज को लेकर टाटा हेल्थ ने जारी की एडवाइजरी.
टाटा हेल्थ के नाम पर वायरल किया जा रहा यह मैसेज फेक है.