Fact Check: सोशल मीडिया के पोस्ट में दावा, 10वीं और 12वीं की 2021 बोर्ड परीक्षा में पास होने के लिए 33 प्रतिशत अंक को घटाकर 23 प्रतिशत किया गया, जानें वायरल खबर की सच्चाई
दावा किया जा रहा ही कि बोर्ड की परीक्षा में पास होने के लिए 33 नंबर की जगह 23 नंबर चाहिए, जिस खबर को पीआईबी के फैक्ट चेक में फेक बताया गया
नई दिल्ली: कोरोना काल में आए दिन सोशल मीडिया पर फेक खबरें वायरल हो रही हैं. एक दिन पहले सोशल मीडिया पर खबर वायरल हुई थी कि गृह मंत्रलाय ने स्कूल और कॉलेजों को एक बार फिर से बंद करने के बारे में आदेश जारी किया हैं. हालांकि पीआईबी के फैक्ट चेक में इस दावे को गलत बताया गया. वहीं आज सोशल मीडिया पर इस तरह की एक और खबर वायरल हुई हैं. वायरल खबर में दावा किया गया कि 10वीं और 12वीं की 2021, बोर्ड परीक्षा में पास होने के लिए 33 प्रतिशत अंक को घटाकर 23 प्रतिशत किया गया, तो जानते हैं पीआईबी के फैक्ट (PIB Fact Check) में इस खबर की सच्चाई क्या हैं.
पीआईबी के फैक्ट चेक में वायरल इस खबर की जब सच्चाई जांची और परखी गई तो पाया गया कि यह खबर फेक हैं. इस फेक खबर को लेकर पीआईबी फैक्ट चेक की तरफ से एक ट्वीट भी किया गया हैं. लिखा गया कि यह दावा फर्जी है @EduMinOfIndia ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है. इसके साथ ही कहा गया कि बोर्ड परीक्षा के पासिंग नंबर में किसी भी तरह का बदलवा नहीं किया गया हैं. यह भी पढ़े: Fact Check: मोदी सरकार देश के सभी छात्रों को फ्री में दे रही लैपटॉप? PIB से जानें वायरल मैसेज की सच्चाई
वायरल खबर की सत्यता जांचने के बाद यह साफ हो गया कि बोर्ड की परीक्षा के पासिंग नंबर में किसी भी तरह का बदलवा नहीं किया गया है. पहले की तरह हर सब्जेक्ट में न्यूनतम नंबर 33 प्रतिशत अंक अनिवार्य था. अब भी किसी भी सब्जेक्ट में पास होने के लिए उतने ही नंबर की आवश्यकता है. इसलिए सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली ऐसे खबरों पर विश्वास करने से बचे.
Fact check
दावा किया जा रहा ही कि बोर्ड की परीक्षा में पास होने के लिए 33 नंबर की जगह 23 नंबर चाहिए
पीआईबी के फैक्ट के चेक में इसे फेक बताया गया