Fact Check: वायरल पोस्ट में लोगों से Google Play Store से ऐप डाउनलोड करने की अपील, ताकि कोरोना संकट में लोग अपने ऑक्सीजन लेवल को कर सकें चेक, जानें इसकी सच्चाई

कोरोना संकट की घड़ी में तमाम फर्जी खबरों के बीच एक ऐसा मैसेज वायरल हो रहा है, जिसमें गूगल प्ले स्टोर से लोगों को एक ऐप डाउनलोड करने की अपील की जा रही है, ताकि कोरोना संकट के बीच लोग मोबाइल फोन के रियर कैमरे की मदद से अपना ऑक्सीजन लेवल चेक कर सकें. फैक्ट चेक में इस मैसेज को फर्जी बताया गया है.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Twitter/Telangana Police)

Fact Check: कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के दौरान सोशल मीडिया पर अक्सर फेक खबरें (Fake News) और गलत जानकारियां (False Information) पढ़ने या देखने को मिल रही हैं. कोविड-19 (COVID-19) को लेकर इंटरनेट के जरिए फैलाई जा रही कई खबरें और जानकारियां लोगों को भ्रमित करने का काम कर रही हैं. कोरोना संकट (Corona Crisis) की घड़ी में तमाम फर्जी खबरों के बीच एक ऐसा मैसेज वायरल हो रहा है, जिसमें गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) से लोगों को एक ऐप डाउनलोड (App) करने की अपील की जा रही है, ताकि कोरोना संकट के बीच लोग मोबाइल फोन के रियर कैमरे की मदद से अपना ऑक्सीजन लेवल चेक कर सकें. वॉट्सऐप पर वायरल हो रहे मैसेज में लोगों से ऐप डाउनलोड करने के लिए पोस्ट में दिए गए लिंक को क्लिक करने के लिए कहा गया है.

सोशल मीडिया होक्स स्लेयर (Social Media Hoax Slayer) ने ऐप के संबंध में तीन अलग-अलग डॉक्टरों से बात की. डॉक्टरों ने इस तरह के ऐप की संभावना से इनकार करते हुए ऑनलाइन पोर्टल को सूचना दी. ऐप को अब गूगल द्वारा डाउन कर दिया गया है. वायरल पोस्ट में दिए गए लिंक पर क्लिक करने के बाद स्क्रीन पर दिखाई देता है- 'हमें खेद है, इस सर्वर पर अनुरोधित URL नहीं मिला.

देखें फेक वायरल मैसेज-

तेलंगाना पुलिस ने भी इस दावे का पर्दाफाश करते हुए एक ट्वीट के जरिए लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है. राज्य पुलिस ने लिखा है- #साइबर फ्रॉड अलर्ट: दुर्भावनापूर्ण लिंक से सावधान रहें जो आपको ऐप डाउनलोड करने के लिए अपने मोबाइल में #PulseOxyMeter को मुफ्त में प्राप्त करने के लिए कहता है. इसके जरिए यह ऐपआपके मोबाइल की सभी जानकारियों को इकट्ठा कर लेता है और इसका अवैध लेनदेन के लिए उपयोग करता है. यह भी पढ़ें: Fact Check: भारतीय रुपया 72 साल में पहली बार बांग्लादेशी टका से कमजोर, जानें वायरल खबर की पूरी सच्चाई

तेलंगाना पुलिस का ट्वीट-

गौरतलब है कि तेलंगाना पुलिस ने लोगों से इन फर्जी संदेशों के झांसे में न आने की अपील की है. वायरल हो रहे मैसेज में मोबाइल फोन के रियर कैमरा पर तर्जनी उंगली के फिंगरप्रिंट का उपयोग विभिन्न व्यक्तिगत डेटा प्रमाणीकरण के लिए किया जाता है. लोगों को सतर्क रहने की अपील करते हुए कहा गया है कि ऐसा करना जोखिम भरा हो सकता है, क्योंकि यह ऐप ऑक्सीजन लेवल चेक करने के लिए उंगली रखने के लिए कहता है, जहां हैकर्स द्वारा हमारी उंगलियों के निशान चोरी करने के लिए इसका दुरुपयोग किया जा सकता है.

Fact check

Claim

एक वायरस मैसेज में लोगं को फोन के रियल कैमरे का उपयोग करके ऑक्सीजन स्तर की जांच करने के लिए गूगल प्ले स्टोर ऐप डाउनलोड करने की अपील की गई है.

Conclusion

यह मैसेज फेक है और गूगल द्वारा प्रदान की गई लिंक को फर्जी बताया जा रहा है.

Full of Trash
Clean
Share Now

\