उत्तराखंड के औली में बर्फबारी का नजारा होता है जन्नत जैसा, यहां बनाएं अपने विंटर वेकेशन को यादगार

औली की प्राकृतिक सुंदरता और मनमोहक नजारों की जितनी तारीफ की जाए, उतना कम है. वैसे तो हर मौसम में औली की सुंदरता देखने लायक होती है, लेकिन अगर आप बर्फबारी का आनंद लेना चाहते हैं तो इसके नवंबर से फरवरी का महीना सबसे खास माना जाता है. सर्दियों के मौसम में आप औली में बर्फबारी का भरपूर लुत्फ उठा सकते हैं.

औली (Photo Credits: Instagram)

सर्दियों के मौसम (Winter Season) में अधिकांश लोग बर्फबारी (Snowfall) देखना पसंद करते हैं और इस बर्फबारी के खूबसूरत नजारे को देखने के लिए ठंडे पर्यटन स्थल (Tourist Destination) की यात्रा पर निकल जाते हैं. वैसे तो कश्मीर को धरती का स्वर्ग कहा जाता है, लेकिन देवभूमि उत्तराखंड (Uttarakhand) स्थित औली (Auli) भी धरती के जन्नत से कम नहीं है. औली की प्राकृतिक सुंदरता और मनमोहक नजारों की जितनी तारीफ की जाए, उतना कम है. वैसे तो हर मौसम में औली की सुंदरता देखने लायक होती है, लेकिन अगर आप बर्फबारी का आनंद लेना चाहते हैं तो इसके लिए नवंबर से फरवरी का महीना सबसे खास माना जाता है. सर्दियों के मौसम में आप औली में बर्फबारी (Snowfall In Auli) का भरपूर लुत्फ उठा सकते हैं, क्योंकि यहां बर्फबारी का नजारा जन्नत का दीदार करने जैसा होता है.

उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित खूबसूरत डेस्टिनेशन औली भारत के स्कीइंग स्पॉट के तौर पर काफी मशहूर है. यहां आकर आप गढ़वाल हिमालय, नंदादेवी, माना पर्वत और कामत पर्वत पर बिछी बर्फ की चादर का करीब से दीदार कर सकते हैं. करीब 5 से 7 किलोमीटर में फैला यह छोटा सा डेस्टिनेशन बर्फ से ढकी चोटियों के बीच बहुत सुंदर दिखाई देता है. चलिए जानते हैं औली की खासियतें. यह भी पढ़ें: सर्दियों में बना रहे हैं वेकेशन का प्लान तो भारत के ये डेस्टिनेशन हैं बेस्ट, आपका मन मोह लेंगी इनकी सुंदरता

औली की सुंदरता है मनमोहक

उत्तराखंड स्थित औली में दुनिया की सबसे ऊंची मानव निर्मित झील है, इस सुंदर झील का पानी सर्दियों में जम जाता है. यहां से भारत का दूसरा सबसे ऊंचे पर्वत नंदा देवी को देख सकते हैं. इसके साथ ही यहां से माना पर्वत और द्रोणागिरी पर्वत भी दिखाई देता है. औली में दो रोपवे चलता है, पहला रोपवे जोशीमठ से औली के स्कीइंग स्पॉट तक चलता है, जिसके लिए प्रति व्यक्ति का किराया 700 रुपए है. इसके अलावा दूसरा रोपवे जीएमएनवी से औली तक चलता है, जिसका प्रति व्यक्ति किराया 300 रुपए है.

औली जाने का सबसे अच्छा समय

वैसे तो औली में वेकेशन के लिए आप सालभर जा सकते हैं, लेकिन अगर आप सर्दियों में औली की बर्फबारी देखना चाहते हैं तो नवंबर से फरवरी का महीना विंटर वेकेशन के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है. गर्मियों के मौसम में यहां घूमने के लिए मार्च से जून के बीच का समय बेहतर माना जाता है. अगर आप मॉनसून में औली का दीदार करना चाहते हैं तो जुलाई से अक्टूबर महीने में आप यहां छुट्टियां बिताने के लिए जा सकते हैं. यह भी पढ़ें: टिहरी झील दे सकती है कश्मीर की डल झील को मात, योगी बोले-उत्तराखंड के टूरिज्म में स्विट्जरलैंड को भी पीछे छोड़ने की क्षमता, देखें वीडियो 

कैसे पहुंचे औली?

औली जाने के लिए वायु मार्ग, सड़क मार्ग और रेल मार्ग के जरिए जा सकते हैं. अगर आप हवाई सफर करके औली जाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको देहरादून के जॉली हवाई अड्डे पर उतरना होगा और यहां से औली के लिए टैक्सी या बस ले सकते हैं. ट्रेन से सफर करते हैं तो आप ऋषिकेश या देहरादून स्टेशन उतर सकते हैं.

इसके अलावा आप दिल्ली से भी औली के लिए बस के जरिए भी सफर कर सकते हैं. हालांकि इसके लिए आपको दिल्ली से ऋषिकेश की यात्रा कर सकते हैं और फिर सुबह ऋषिकेश से औली के लिए बस कर सकते हैं. बस के अलावा आप अपनी पर्सनल कार या रेंट कार के जरिए भी औली जा सकते हैं.

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